जय किसान फसल श्रण माफी योजना में हो रहा फर्जीवाड़ा
छत्तेलाल पर निकला 1.75825.72 रूपये का कर्जा
बालाघाट /लालबर्रा-।। मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी द्वारा चलाई जा रही जय किसान फसल ऋण माफी योजना के तहत सूचियों के जारी होने के बाद बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। यह खुलासा हुआ है कि कई लोगों ने किसानों के नाम पर फर्जी तरीके से कर्ज ले लिए और किसान बिना कर्ज लिए ही कर्जदार बन गए। कुछ इसी तरह का मामला लालबर्रा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत पांढरवानी का तब सामने आया जब पंचायतकर्मी द्वारा उसे नोटिस धमाया गया। विदित हो कि उदासीटोला निवासी छत्तेलाल पिता रग्धन बरले जिसने कभी बालाघाट पंजाब नेषनल बैंक में अपना खाता खुलवाया ही नही और उसके फर्जी बैंक अकाउंट नंबर 00388800003983 पर 1.75825.72 रूपयो का कर्जदार घोषित कर दिया गया।
अपना दुखड़ा सुनाता हुआ कृषक
जानकारी अनुसार, 15 जनवरी से कर्जमाफी के आवेदन (फॉर्म) भराने की प्रक्रिया चल रही है। जिसके लिये समस्त पंचायतों में कर्जदार किसानों की सूची लगाई गई है। तब से सारे कर्जदार किसानो के नाम सार्वजनिक हो रहे है। ऐसी स्थिति में सवाल खड़ा होता है कि आखिरकार पीड़ित कृषक छत्तेलाल बरले के नाम पर किसने खाता खुलवाकर उसके नाम पर लोन लिया। इस तरह का मामला प्रकाष में आने के बाद जिला प्रषासन व सरकार में बैठे नुमाइंदे फर्जी तरीके से कर्ज लेने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई का फैसला लेते है।
इनका कहना है-
उदासीटोला निवासी कृषक छत्तेलाल बरले के पुत्र मन्नूलाल बरले ने बताया कि उनके पिता द्वारा सेन्ट्रल बैंक व केन्द्रीय बैंक से लगभग 1.50000 रूपयो का कर्ज लिया गया है, इसी का आवेदन करने पंचायत आये तो पता चला कि बालाघाट पंजाब नेषनल बैंक के भी कर्जदार है, जो कभी हमने लिया ही नही।
इनका कहना
आज ग्राम उदासीटोला निवासी कृषक के नाम पर अज्ञात द्वारा फर्जी तरीके से लोन लेने का मामला प्रकाष में आया है, ना जाने भाजपा के राज में कितने फर्जीवाड़े हुए है। इन्ही सब बातो को मद्देनजर रखते हुए प्रदेष के मुखिया कमलनाथ ने यह सारे कार्य पंचायत स्तर पर सौपा है। इस तरह के पीड़ित किसान अपनी पीड़ा जनप्रतिनिधियों व प्रषासन को बताकर पुलिस थाने में प्राथमिकता दर्ज करवायें जिससे दूध का दूध व पानी का पानी हो सके।
अनीस खान
सरपंच
ग्राम पंचायत पांढरवानी लालबर्रा
क्या कहते है जिम्मेदार-
यदि कृषक द्वारा पंजाब नेषनल बैंक से किसी भी प्रकार का कर्जा नही लिया गया है, तो वे इसका लिखित में आवेदन दे जिस पर विधिवत कार्यवाही की जायेगी।
रौषन सिंह
अनुविभागीय अधिकारी