UPA की सरकार में रेल मंत्री रहे त्रिवेदी ने सदन की कार्यवाही के दौरान कहा, ‘मेरे बंगाल में अत्याचार बढ़ता जा रहा है और मैं कुछ नहीं कर पा रहा। मुझे यहां बैठे-बैठे अजीब सा लग रहा है। मेरी अंतरात्मा मुझसे बोल रही है कि अगर मैं कुछ नहीं कर पा रहा हूं तो मुझे इस्तीफा दे देना चाहिए।’ इसके बाद शाम को उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को सौंप दिया।