नागरिकों को सभी तरह की सहायता पहुँचाएँ : मुख्यमंत्री श्री चौहान
अधिकारियों से संचालित कार्यों के संबंध में विवरण प्राप्त किया
भोपाल :
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गत दिनों प्रदेश के विभिन्न जिलों में अति- वर्षा और बाढ़ की स्थिति से उत्पन्न परिस्थितियों और राहत एवं बचाव कार्यो की अद्यतन जानकारी मंत्रालय में हुई बैठक में प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अति-वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में नागरिकों की सहायता के लिए किए गए कार्यों और सार्वजनिक संपत्ति की आंशिक क्षति के बाद संचालित सुधार कार्यों का विवरण संबंधित विभागों के अधिकारियों से प्राप्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जो नागरिक अति-वर्षा और बाढ़ से प्रभावित हुए थे, उन्हें सभी तरह की आवश्यक सहायता पहुँचाने का कार्य जारी रहे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल, विद्युत प्रदाय आदि को सामान्य बनाने का कार्य तेजी से किया जाए। मकानों की क्षति पर प्रभावित नागरिकों को आवश्यक सहायता देने का कार्य किया जाए। क्षतिग्रस्त रोड और पुल-पुलिया आदि की मरम्मत का कार्य तेजी से पूरा हो। पशु हानि के लिए पशु पालकों को प्रावधान के अनुसार सहायता राशि दिलवाई जाए। साथ ही अति- वर्षा के बाद नागरिकों को होने वाली स्वास्थ्य समस्या से बचाने ऐहतियाती उपाय किए जाएँ। जहाँ फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं वहाँ सर्वे कर प्रतिवेदन सौंपा जाए। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
प्रमुख सचिव नगरीय विकास और आवास ने बताया कि विदिशा में हलाली बाँध के बैक वाटर से वाटर फिल्टर प्लांट डूब जाने से अब तक सामान्य जल-प्रदाय प्रारंभ नहीं हो सका है। जल-प्रदाय कार्य शीघ्र से शीघ्र शुरू करने के लिए अमला कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कलेक्टर विदिशा से बैठक के दौरान दूरभाष पर चर्चा कर नगर में पेयजल आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए।
अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी ने जानकारी दी कि चंबल क्षेत्र में श्योपुर को छोड़ कर संभाग में कहीं भी अन्य जगह पेयजल आपूर्ति बाधित नहीं है। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि प्रभावित जिलों में कहीं भी किसी बीमारी के फैलने की सूचना नहीं है। स्वास्थ्य विभाग का अमला सजग रहकर कार्य कर रहा है।
प्रमुख सचिव लोक निर्माण ने बताया कि कहीं भी रोड और पुल-पुलिया अधिक डैमेज नहीं हुए हैं। सुखतवा पुल से पानी उतर गया है। बैतूल मार्ग प्रारंभ हो चुका है। अपर मुख्य सचिव पशुपालन ने जानकारी दी कि प्रदेश में 148 शिविर लगा कर 15 हजार से अधिक पशुओं का उपचार किया गया है। प्रमुख सचिव राजस्व ने बताया कि कुछ स्थानों से पशु हानि की सूचनाएँ मिली हैं,जिसका विस्तृत आकलन किया जा रहा है। अति-वर्षा और बाढ़ से प्रभावित कृषि फसलों की जानकारी भी एकत्रित की जा रही है। क्षति का विस्तृत आकलन करने के बाद आवश्यकतानुसार केन्द्र सरकार को अवगत कराने की कार्यवाही की जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी कार्य अविलंब पूर्ण करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की प्रशंसा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बीते सप्ताह अति-वर्षा के बाद प्रभावित जिलों में जिला स्तर और मंत्रालय स्तर पर अधिकारियों द्वारा विभागीय अमले को सक्रिय कर समय पर राहत कार्यों को करने और हर नागरिक सुविधा पुनः बहाल करने की भूमिका की प्रशंसा की।