लाँकडाउन मे किसानो को कृषि विज्ञान केन्द्र ने दी सलाह।

3 अप्रैल 2020, इछावर, जलील खान

लाकडाउन अवधि के दौरान कृषकों को सलाह

  कोविड .19 (कोरोना) के कारण शासन द्वारा लाकडाउन घोषित किया गया है जो कोरोना बीमारी से लड़ने का सर्वाधिक उपयुक्त उपाय है इस अवधि में हमारी खेती.बाड़ी की  गतिविधियां सुचारू रूप से चलती रहे इस हेतु किसान भाइयों द्वारा कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं को ध्यान में रखना है

फसलों की कटाई एवं गहाई संबंधी कार्य 

जिन खेतों में गेहूं एवं चना व अन्य फसलों की कटाई नहीं हो पाई है वहां यथा संभव हार्वेस्टर से कटाई को प्राथमिकता दें। यदि मानव श्रम से कटाई का कार्य किया जाना आवश्यक हो तो सामाजिक दूरी (2- 3 मीटर) बनाकर ही कटाई कार्य संपादित करें। यथा संभव एक ही परिवार के लोग या परिचित श्रमिकों द्वारा कटाई कार्य किया जावे।  हस्त चलित कृषि यंत्रों / उपकरणों का उपयोग अदल बदल कर ना करें।

अनाज का भंडारण एवं विपणन 

भंडारण पूर्व अनाज को ठीक से साफ कर 10 से 12% नमी स्तर तक सुखा ले। भंडारण कोठी को ठीक से साफ अवश्य कर ले उसके उपरांत ही अनाज का भंडारण करें। विपणन हेतु अनाज को सुरक्षित स्थान पर त्रिपाल आदि से ढक कर रखें एवं खरीदी प्रारंभ होने पर ही विक्रय हेतु लेकर जाये।

 मूंग फसल की बुवाई 10 अप्रैल तक पूर्ण कर ले यथा संभव विराट, शिखा पी डी एम. 139 किस्मों का चयन करें।

सब्जी फसलें 

 लहसुन फसल की खुदाई करें श्रेणीकारण एवं साफ.सफाई कर जालीदार बोरियों में भरकर भण्डारित करें। 

 सब्जियों की तुड़ाई करते समय मास्क तथा दस्ताने अवश्य पहने यथा संभव किसी अनजान व्यक्ति को खेत में प्रवेश न करने दें।

 नई रोपित /बोई गई सब्जी फसलों की नियमित अंतराल पर सिंचाई वह निदाई गुड़ाई के कार्य करते रहें

फलों वृक्षों 

 आम फसल में फलन हो चुका है सिंचाई कार्य नियमित अंतराल से करते रहे यदि खाद उर्वरक का उपयोग नहीं किया गया है तो पौधे की उम्र अनुसार उपयोग करें ।

 अमरूद के पौधों की अवश्यक कटाई छटाई करें ।

 नींबू के फलों की तुड़ाई करें एवं बाजार  भेजें नए फलन हेतु रस चूसक कीटो  का प्रबंधन करें।

 पशुपालन एवं मुर्गीपालन 

 कोरोना पशुओं से मानव में नहीं फैलता है किसी भी प्रकार भ्रम में ना आये

 खुरपका मुंहपका बीमारी के बचाव हेतु टीकाकरण अवश्य करा लें 

 हरा चारा की फसल (ज्वार/ बाजरा/ मक्का) की बुवाई शीघ्र पूर्ण कर ले। पशुओं को छायादार स्थान पर रखें एवं पर्याप्त स्वच्छ ताजा पेयजल प्रदान करें।

 दूध निकालने के पूर्व हाथों को साबुन से अवश्य धुले एवं दूध को साफ.सुथरे बर्तन में रखें वह बाजार भेजें ।

 मुर्गीपालन किसान नए लाट (झुंड) का पालन ना करें मौजूदा मुर्गियों को बाजार में बेचने का प्रयास करें स्थिति सामान्य होने पर हमेशा की भाती भारती मुर्गी पालन करें।

 अन्य 

 कृषि व अन्य कृषिगत क्रिया को करते समय सामाजिक दूरी (2 से 3 मीटर) अवश्य बनाए रखें एवं अनावश्यक घर से बाहर ना निकले।

 कार्य संपादन के समय मास्क वह हाथों में दस्ताने अवश्य पहने।

 स्वयं के कृषि उपकरणों / यंत्रों का ही उपयोग करें।

 किसान भाई नरवाई में आग कदापि भी नहीं लगाए,  रोटावेटर के माध्यम से खेत की जुताई करें एवं इस समय गर्मी की गहरी जुताई का कार्य करें।

 विपणन संबंधी किसी प्रकार की समस्या होने पर अपने स्थानीय वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारीध् वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी से संपर्क करें। तकनीकी मार्गदर्शन हेतु कृषि विज्ञान केंद्र से सतत संपर्क में रहे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »