23 नवंबर 2019 भोपाल रिद्धिमा
स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाता भोपाल नगर निगम
जिम्मेदार लोग निभा रहे हैं किस तरह अपनी जिम्मेदारी
वैसे तो प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे भारत में स्वच्छता अभियान का बीड़ा उठाया हुआ है वहीं मध्यप्रदेश में भी कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि अव्वल नंबर आने की होड़ में भोपाल भी जोरो की तैयारी में है। इंदौर की स्वच्छता सफलता के बाद भोपाल भी इस बार जोरों शोरों पर है। हर जगह स्वच्छता के लिए कई अभियान चलाए जा रहे हैं । एनजीओ द्वारा भी कोशिश है जारी है। आम नागरिकों को भी समझाइश दी जा रही है। यहां तक कि नगर निगम स्वच्छता ना रखने पर मोटी रकम फाइन के रूप में लेने जा रहा है।
सुबह-सुबह नगर निगम की कचरा गालियां स्वच्छता संगीत से घरों की महिलाओं को जगा देती है लेकिन ऐसा नियमित रूप से नहीं होता है।
भोपाल की माता मंदिर स्थित संजय कांपलेक्स कॉलोनी के रहवासियों ने शिकायत दर्ज की कि यहां कचरा गाड़ी व कचरा लेने वाला घरों मे नियमित रूप से नहीं आता है जिसके कारण कचरा रोज नहीं दे पा रहे हैं उन्हें घर में ही कचरा 2,3 दिन तक रखना पड़ता है या अपने निजी काम करने वालों को अलग से पैसे देकर कचरा बाहर फिकवना पड़ता है जिसकी वजह से ब्लॉक के बाहर भी कई जगह कचरा इकट्ठा दिखाई देता है। कचरा इकट्ठा जहां हो जाता है वहीं पर जानवरों की संख्या भी बढ़ जाती है वह कचरा भी कोई उठाने नहीं आता कई दिनों तक वह भी वही पड़ा रहता है। वहां बाहर कॉलोनी के सामने भी कोई कचरे का डिब्बा नहीं रखा गया है निगम ने ना तो हरा डिब्बा रखा है ना तो नीला डिब्बा रखा है। रहवासी इस समस्या से कई दिनों से जूझ रहे हैं। दोहरी मार पड़ रही है साल का टैक्स तो कंपलसरी भरना ही पड़ता है।
अग्रता न्यूज़ की टीम ने संजय कांप्लेक्स रहवासियों से जब पूछा तो पता चला कि कुछ दिन पहले नगर निगम से कुछ लोग आए थे जो कि अपने आपको किसी एनजीओ का बता रहे थे जो कि नगर निगम से जुड़े हुए थे उन्होंने हमें समझाइश दी के पीछे कचरा ना फेंके और कचरा गाड़ी में ही फेंका जाए जो कचरा गाड़ी सुबह आती है ।हम लोगों से उन्होंने यह भी कहा कि अगर आप कचरा कचरा वाले को नहीं देंगे तो आपके ऊपर कोर्ट से फाइन भी भरने के लिए आएगा। इस समझाइश को हम डराना कहे या समझाइश कहे लेकिन वह इस बात को नहीं मानने को तैयार हुए जब हमने उनसे कंप्लेंट करी कि रोज कचरा वाला आता ही नहीं तो हम लोग कचरा क्या अपने घरों में रखें।
आखिरकार नगर निगम भोपाल को पहला स्थान दिलवाने में असफल क्यों हो रहा है। ज़िमेदार अपनी जिमेदारी नही निभा रहे या निभाना नही चाहते।