मध्यप्रदेश, मंदसौर, 21 फरवरी 2019
विधानसभा से मंदसौर गोलीकांड और नर्मदा किनारे पौधरोपण के मामले मे क्लीनचिट देने के बाद दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को गृह मंत्री बाला बच्चन और वन मंत्री उमंग सिंघार को डांट लगाई थी। बुधवार को सिंघार ने सिंह को पत्र लिखकर उनके बयान पर आपत्ति जताई। वहीं, सिंह ने कहा कि उन्होंने सही जवाब नहीं देने पर बेटे जयवर्धन को भी डांटा है।
आप मेरे अग्रज हैं, मेरे उत्तर का सही तरह से अध्ययन कर लेते और मीडिया में जाने से पहले मुझसे चर्चा कर लेते तो ऐसी स्थिति निर्मित नहीं होती। आपका बयान पढ़कर दुख हुआ। मुझे लगता है कि आपने मेरा उत्तर पढ़े बिना सोशल मीडिया और अखबारनवीसों को बयान दे दिया। जबकि आपके पुत्र और नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह द्वारा एक प्रश्न के उत्तर में सिंहस्थ घोटाले में विभाग को क्लीन चिट दे दी गई है। कृपया, आप सभी के साथ न्याय करें।
मैंने दोनों मंत्रियों के अलावा जयवर्धन को भी डांटा है, उन्होंने सिंहस्थ घोटाले में कैसे क्लीन चिट दे दी। मैंने कहा है कि जीएडी से रिपोर्ट मंगवाकर दोषियों पर कार्रवाई करेें। जहां तक मंत्रियों के जवाब पर नाराजगी जताने की बात है तो उसमें कौन से कानून या नियम का उल्लंघन किया है। बेवजह बात का बतंगड़ बनाया जा रहा है। मंदसौर गोलीकांड में निहत्थे किसानों पर गोली चलाई गई और नर्मदा किनारे हुए पौधरोपण में जमकर भ्रष्टाचार हुआ। इन मामलों को मंत्री कैसे जस्टिफाई कर रहे हैं। – दिग्विजय सिंह, पूर्व सीएम
सज्जन वर्मा ने कहा- मंत्रियों को ट्रेनिंग दंे दिग्विजय, सिंघार बोले- 15 साल से एमएलए हूं, अध्ययन करना आता है : लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा- मंत्रियों को अपने विवेक का इस्तेमाल करना चाहिए। वे अधिकारियों के भरोसे न रहें। सिंह को मंत्रियों को ट्रेनिंग देनी चाहिए। इस पर वन मंत्री उमंग सिंघार ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मैं भी 15 साल से एमएलए हूं, अध्ययन करना आता है
दिग्विजय सिंह पूर्व मुख्यमंत्री हैं, लिहाजा मंत्रियों को ट्रेनिंग दे सकते हैं। सिंहस्थ मामले में पीएस को फाइल निकालने के लिए कहा है। घोटाले पर कोई क्लीन चिट नहीं दी है। -जयवर्धन सिंह