16 जुलाई 2020, गुना, रिद्धिमा
जहां अन्नदाता किसान कोरोना काल मे भी हम सबका पेट भरने के लिए महनत कर रहा है वही दूसरी ओर इन्ही किसानों के साथ प्रदेश पर राज करने वाली शिवराज सरकार के अधिकारी शर्मनाक निंदनीय सलूक कर रहे है।
एमपी पुलिस द्वारा गुना में एक किसान की बेरहमी से पिटाई का वीडियो वायरल हो रहा है। पिटाई का मामला मंगलवार का है। लेकिन, वीडियो वायरल होने के बाद अब इस पर बवाल मच गया है।
गुना में मॉडल कॉलेज निर्माण के लिए शासकीय कॉलेज प्रबंधन को 20 बीघा जमीन जगनपुर चक क्षेत्र में आवंटित की गई थी. इस जमीन पर लंबे समय से गब्बू पारदी नाम के व्यक्ति का कब्जा था. कुछ समय पहले राजस्व और पुलिस की टीम ने मिलकर अतिक्रमण हटवा दिया था. साथ ही जमीन को कॉलेज प्रबंधन को सौंप दिया गया था. हालांकि विभाग की लापरवाही की वजह से इस जमीन पर निर्माण नहीं हो सका था, जिसके चलते अतिक्रमणकारियों ने दोबारा जमीन को घेरना शुरू दिया था.बताया जा रहा है कि गब्बू पारदी ने वह जमीन पैसे लेकर कुछ किसानों को दे दी थी, जिसके बाद उन किसानों ने वहां खेती करना शुरू कर दिया था. जब कॉलेज प्रबंधन की शिकायत पर राजस्व और पुलिस विभाग ने फिर मौके पर पहुंचकर जमीन को खाली कराने के लिए कार्रवाई की तो मामला बिगड़ गया. इस दौरान पुलिस ने एक किसान दंपति से मारपीट की, जिसके बाद उन्होंने कीटनाशक दवा पीकर खुदकुशी की कोशिश की. इसके बाद उनको फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया.दलित किसान दंपती पर पुलिस ने लाठियां बरसाईं, पति-पत्नी ने जहर खा लिया और बच्चे बिलखते रहे किसान राजकुमार का कहना था कि उसने 2 लाख कर्ज लेकर बोवनी की है। इससे पहले का भी उस पर 2 लाख का कर्ज चढ़ा हुआ है। किसान ने अफसरों से कहा था- मैं कब्जेदार नहीं हूं, बंटाई से जमीन ली है पुलिस और प्रशासनिक अमले से अपील की कि यह कब्जा बाद में हटवा लें।
लेकिन टीम ने कब्जा हटवाना शुरू कर दिया। राजकुमार और उसकी पत्नी ने जहर पी लिया और जमीन पर गिर पड़े। मासूम बच्चे पास बैठकर रोते रहे। कुछ देर बाद दोनों को उठाकर जिला अस्पताल भेजा गया।
मुख्यमंत्री ने दिए मामले की जांच के आदेश
भोपाल से जांच दल मौके पर जाकर करेगा घटना की जांच
गुना कलेक्टर ओर एस पी को हटा दिया गया है।