राजनेताओं पर टिप्पणी का एक और मामला सामने आया है। रतलाम के आलोट विकासखंड में शासकीय शिक्षक द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। इसके बाद शिक्षक को निलंबित कर दिया गया। लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चेतावनी देते हुए माफ किया और उनकी बहाली के निर्देश दिए।
जानकारी के मुताबिक रतलाम के आलोट विकासखंड के ग्राम तालोद में शासकीय प्राथमिक स्कूल के शिक्षक बालेश्वर पाटीदार ने सोशल मीडिया पर राहुल गांधी को लेकर अनर्गल टिप्पणी की थी। जिसके बाद पाटीदार को निलंबित कर दिया गया था। लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ को मामले की जानकारी मिली तो शिक्षक को कड़ी चेतावनी के बाद उसे बहाल करने के निर्देश दे दिए। कमलनाथ की ओर से जारी बयान के मुताबिक शिक्षक के खिलाफ निश्चित तौर पर नियमसंगत कार्रवाई की गई होगी क्योंकि शासकीय सेवा में रहते ऐसा आचरण सिविल सेवा नियमों के विपरीत है।
कमलनाथ ने कहा कि इससे पहले उनके खिलाफ जबलपुर के एक शिक्षक ने डाकू शब्द का इस्तेमाल किया था।उन पर भी इसी तरह की कार्रवाई की गयी थी। लेकिन शिक्षक की एक गलती और उसके निलंबन के कारण उसका परिवार प्रभावित हो जाएगा। अभद्र टिप्पणी की गलती की सजा शिक्षक के पूरे परिवार को भुगतना ना पड़े इसलिए उस शिक्षक को मैंने माफ कर तत्काल बहाल करने का निर्णय लिया।
कमलनाथ ने कहा कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जरूर है लेकिन ये भी सच है कि इसका पालन मर्यादा में होना चाहिये। आलोट के शिक्षक बालेश्वर पाटीदार पर भी इसी तरह की कार्रवाई हुई, लेकिन फिर सोचा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी उन पर अशोभनीय टिप्पणी, बयानबाजी और आलोचना करने वाले तमाम विरोधियों को माफ किया है, ऐसे में पाटीदार को भी बहाल करने के निर्देश देता हूं।
हालांकि कमलनाथ ने ये भी कहा कि वे उक्त शिक्षक से ये कहना चाहते हैं कि वे एक बार गांधी परिवार के इस देश के प्रति त्याग, योगदान का समुचित अध्ययन जरूर करें, जिससे उनके मन में इस परिवार के प्रति यदि कोई गलत सोच है तो वो इसे सुधार सके।