मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि आज हमें समय के साथ अपने नजरिये, सोच और कार्यशैली में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है। नई पीढ़ी के सामने जो चुनौतियाँ है, उनका नई सोच और समझ के साथ ही मुकाबला किया जा सकता है। श्री कमल नाथ आज नई दिल्ली में नए मध्यप्रदेश भवन के आधारशिला समारोह को संबोधित कर रहे थे। सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह, भूतपूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर, सांसद एवं विधायक सहित केन्द्र सरकार में पदस्थ वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गण्यमान्य व्यक्ति इस मौके पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि नई दिल्ली में नया भवन बदलते समय की माँग है। नया भवन जरूरतों के अनुरूप बनेगा और अन्य प्रदेशों के लिए नज़ीर होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नया मध्यप्रदेश भवन आधुनिकता का प्रमाण होगा। इसे आने वाले 50 सालों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया जायेगा। भवन में यह भी ध्यान रखा जायेगा कि इसमें किसी भी प्रकार की रियायत या सब्सिडी किसी को नहीं दी जायेगी। उन्होंने उम्मीद की कि भवन के संचालन और रखरखाव पर किसी भी प्रकार का कोई खर्चा सरकार पर बोझ नहीं होगा। भवन रेवेन्यू न्यूट्रल के सिद्धांत पर होगा। उन्होंने सबके समर्थन के साथ प्रदेश को विकास और नई दिशा देने का वायदा किया।
श्री कमल नाथ ने कहा कि नई पीढ़ी में नई सोच और नई तड़प है, युवा वर्ग नई-नई जानकारियाँ और नये-नये आयामों को छूना चाहता है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार युवाओं के लिए व्यवसाय के अवसर उपलब्ध करवाने के प्रयास कर रही है। श्री कमल नाथ ने कृषि क्षेत्र और इससे जुड़े व्यवसाय को चुनौती मानते हुए कहा कि लगभग 70 प्रतिशत से अधिक लोग कृषि और इस पर आधारित व्यवसाय से जुड़े हैं। हम इनकी आमदनी को दुगनी करने का हरसंभव प्रयास करेंगे।
सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह ने इस मौके पर पुराने मध्यप्रदेश भवन से जुड़े संस्मरण और नये भवन की आवश्यकता के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम के समापन पर विशेष आयुक्त श्री अनुराग जैन ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश संवर्ग के केन्द्र सरकार में पदस्थ वरिष्ठ अधिकारियों सहित कई सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।