18 दिसंबर 2019, टिमरनी, विजय रामटेक
टिमरनी में राम चरित्र मानस पुराण का आयोजन
टीमरनी के गुर्जर छात्रावास में साध्वी शिरोमणि जी के मुखारविंद से अमृत मई कथा का वाचन किया जा रहा है।
जिसमें कथा के द्वितीय दिन भगवान शिव के विवाह की व्याख्या करते हुए साध्वी शिरोमणि जी ने कहा भगवान शंकर जितने दयालु कोई देवता नहीं है।
अगर आपके हाथ में दरिद्रता की रेखा है अकाल मृत्यु की रेखा है तो उस व्यक्ति को भगवान शंकर पर बिलपत्र चढ़ाने से सारी अमंगल दशाएं मंगल में परिवर्तन हो जाती है ।भगवान शंकर की जल्दी कृपा प्राप्त हो जाती है।
इसी कथा के आगे उन्होंने कहा आज की शादी आदर्श शादी ना होते हुए सिर्फ दिखावा है आदर्श शादी भगवान शंकर ने की थी जिसमें उन्होंने बेल के ऊपर बैठकर अपनी बारात ले गए थे । क्योंकि बेल धर्म का प्रतीक है और धर्म का आश्रय लेकर यदि आप संसार की दृष्टि में कदम रखोगे तो संसार में आप बसोंगो फसोंगे नहीं।
इसी में आगे कहा कि भगवान शंकर की बारात मे उनके गण भी गए जिनका अदभुत रूप देखकर देवता तक घबरा गया।