अगर आप बेहद कम निवेश में अच्छा मुनाफे वाला कोई कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो हम आपको सरकार की एक ऐसी स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें आप हर महीने 50 हजार रुपये तक कमा सकते हैं. यह स्कीम मैन्युफैक्चरिंग यूनिट खोलने से संबंधित है. सरकार आपको बेहद कम कीमत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट खोलने का मौका दे रही है. आपने बाजार में कई ब्रांड के मिलने वाले बटर, पैकेट वाला दूध, पैकेट बंद दही, पैकेज्ड पनीर, घी और फ्लेवर्ड मिल्क देखे होंगे. आप चाहें तो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट खोलकर इन प्रोडक्ट्स को तैयार कर सकते हैं.
बता दें कि एक दूध की प्रॉसेसिंग के लिए एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट खोलने में करीब 16 लाख रुपये का खर्च आता है. एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए करीब साढ़े पांच लाख रुपये मशीन, 4 लाख रुपये का रॉ मैटेरियल, 6 से साढ़े 6 लाख का खर्च ट्रांसपोर्ट और सेलरी खर्च करने होंगे. ऐसे में इसके लिए बड़े निवेश की जरूरत पड़ेगी.
लेकिन अगर आप सरकार की मुद्रा योजना के तहत मैन्युफैक्चरिंग यूनिट खोलते हैं तो इसके लिए आपको मात्र 4 लाख रुपये खर्च करने होंगे. बाकी खर्च सरकार मुद्रा योजना के तहत टर्म कैपिटल लोन और वर्किंग कैपिटल लोन के रूप में देगी. यूनिट शुरू होने के बाद आप इन खर्चों के ब्याज को भर सकते हैं.
अगर आप हर दिन 500 लीटर दूध की प्रॉसेसिंग करते हैं तो उससे सालाना 82 लाख रुपये की आय प्राप्त की जा सकती है. हालांकि 74 लाख रुपये आपके प्रोडक्शन कॉस्ट में खर्च हो जाएंगे. इस तरह आपके पास 8 लाख बचेंगे. यदि इससे 25% टैक्स काट दिया जाए तो आपके पास 6 लाख बचेंगे. यानि आप हर महीने 50 हजार रुपये की कमाई करेंगे.