नसरुल्लागंज, 9 अगस्त 2019, नितिन मालपानी
मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के नसरुल्लागंज जनपद शिक्षा केंद्र अंतर्गत आने वाले ग्राम गादलिया में सरकारी स्कूलों की शर्मनाक तस्वीर सामने आई। बच्चों से लगवाई जा रही है झाड़ू करवाया जा रहा है स्कूलों में काम।
नसरुल्लागंज जनपद शिक्षा केंद्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम गादलिया आदिवासियों के बच्चे जहां पर पढ़ने को आते हैं लेकिन शिक्षक के द्वारा वहां पर बच्चों से लगवाई जाती है झाड़ू
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र में बाल श्रम की उड़ाई जा रही धज्जियां एक और पूर्व मुख्यमंत्री वर्तमान विधायक माननीय शिवराज सिंह चौहान अपने आप को बच्चों का मामा कहलाते हैं वहीं दूसरी ओर उन्हीं के क्षेत्र के शिक्षक बच्चों से काम करवाते हैं स्कूलों में मामला बुधवार दोपहर 11:30 बजे का हे।
दरअसल मीडिया कर्मी उस क्षेत्र से निकल रहे थे कि अचानक उनको बच्चे झाड़ू लगाते हुए दिखाई दिए यह झाड़ू किसी कक्ष की नहीं लगवाई जा रही थी कक्ष से बाहर का जो मैदान है उस पूरे मैदान की तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि बच्चे किस तरह से झाड़ू लगा रहे हैं और एक बच्चा कचरा तगारी में भरने जा रहा है वही स्कूल के प्रभारी ओमप्रकाश ऊईकै से मीडिया कर्मियों ने पूछा तो वह अपने बचाव में कुछ इस तरह का बयान देते नजर आए बाल कैबिनेट का बहाना बनाते नजर आए स्कूल खुलने का समय 10:30 से 4:00 बजे तक का है तो फिर पढ़ाई के समय बच्चों से काम क्यों करवाया जा रहा है इन नन्हे मुन्ने बच्चों की उम्र 8 से 10 वर्ष है क्या सरकारी कर्मचारी होने के कारण इन पर कोई अंकुश नहीं लगाया जा सकता है क्या शिक्षकों की हमेशा मनमानी चलती रहेगी और इसी तरह से नैनी हाल अपने घर से पढ़ाई के लिए निकलेंगे और शाला में जाने के बाद वहां का झाड़ू पोछा करेंगे देखने वाली बात यह है कि अब इन लापरवाह शिक्षकों पर जिम्मेदार अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं।
जब इस पूरे मामले की जानकारी जिम्मेदार अधिकारी बीआरसी धावरे को दी गई और उनसे इस
मामले में सवाल किया तो उनका कहना किसी भी मामले पर वाइट देने का अधिकार मुझे नहीं है जिला शिक्षा अधिकारी को है।