जिले में तिलहन फसल का रकबा बढाने के लिये मूंगफली एवं तिल फसल का चयन किया गया है। मूंगफली की फसल 500 हेक्टेयर में तथा तिल की फसल 1 हजार हेक्टेयर में लेने का लक्ष्य रखा गया है। मूंगफली और तिल की फसल ग्रीष्मकालीन मूंग एवं उडद फसल को प्रतिस्थापित कर ली जायेगी।
उप संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास रवि आम्रवंशी के मुताबिक इस संबंध में आज मंगलवार को कलेक्ट्रेट में बीज विक्रेताओं की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विक्रेताओं ने लगभग 700 हेक्टेयर तक तिल का रकबा बढाने अपने स्तर से विभिन्न निजी कंपनियो का तिल बीज किसानों को उपलब्ध कराने की सहमति दी।
श्री आम्रवंशी ने बताया कि किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा जिले में स्थित वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालयों में मूंगफली की उन्नत किस्म के-1812 एवं तिल की उन्नत किस्म टी के जी-306 एवं टी के जी-308 के बीज उपलब्ध हैं। किसान उन्नत किस्म के इन बीजों को ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं कार्यालय वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी से संपर्क कर प्राप्त कर सकते हैं। क्रमांक/837/फरवरी-343