दिनाक,16 अप्रैल 2019
- शातिर चोरो को पकड़ने मे पुलिस नाकामियाब
- चोरो के ट्रेनिंग स्कूल की सक्सेस गाथा
यू तो अब आम बात हो गयी है रोज़ ही चोरी, लूटपाट, हत्या की खबर सुनने पढ़ने को मिलती है। लेकिन देखा जा रहा है जबसे आचारसंहिता लगी है मानो चोरो लुटेरों का त्योहार आ गया हो जी भर के शॉपिंग चल रही है प्रदेश के हर शहर मे। सोने चांदी के गहने, कीमती सामान की शॉपिंग की जा रही है। इस शॉपिंग के लिए चोर लुटेरों को बदले मे कुछ चुकाना भी नही पड़ रहा। बस कुछ मेहनत, शातिर तरीके, हिम्मत, के साथ यह शॉपिंग की जा रही है। घरों के ताले, तिजोरी, अलमारी तोड़ कर जो कुछ मिलता है उसे लेकर फुर हो जाते है।
भोपाल की पुलिस छोटे ओर नए खिलाड़ी चोरो, लुटेरों की कुछ शॉपिंग का माल तो वापस ले आती है लेकिन शातिर चोरो लुटेरों को जो बड़ी गैंग के है बाहर से आते है उन्हें नही पकड़ पा रही है।
घटना 27 मार्च 2019 भोपाल शहर माता मंदिर के पास संजय काम्प्लेक्स चार नंबर ब्लॉक के एक फ्लैट की है। दिनदहाड़े मुख्य द्वार का ताला तोड़कर शातिर चोर घर मे घुसकर सोने के गहने नगदी चुरा ले गए।
कमला नगर थाने मे एफआईआर दर्ज कराई गयी थी । पुलिस की टीम ने आकर अपनी शुरुवाती कार्यवाही की औऱ चली गयी।
पीड़िता ने खुद ब्लॉक मे जिनके यहां कैमरे लगे थे उनकी मदद से सीसीटीवी कैमरों की पूरी फुटेज निकाली । कैमरों मे चोरो की कामयाबी की हसी उनके चेहरों पर नज़र आ रही थी । चारो किस गाड़ी से आये कहा गाड़ी खड़ी की एक गाड़ी मे था तीन उतरे चोरी को अंजाम दिया बाहर आये गाड़ी मे बैठे और चले गए। कैमरे मे तीनो चोरो के चेहरे साफ दिखे गाड़ी ओर गाड़ी नंबर भी साफ दिख गया। कमला नगर थाने मे पूरी रिकॉर्डिंग कैमरे की दे दी गयी।
अब सवाल यहां आकर उठता है घटना 27 मार्च की है और आज 16 अप्रैल है कुल 20 दिन हो गए है कमला नगर थाना पुलिस अब तक चोरो को नही पकड़ पाई है। पुलिस के पास चेहरे है गाड़ी है नंबर है फिर आखिर क्यों इन 20 दिनों मे भी पुलिस नाकामियाब है।
सवाल उठते है?
- कैमरे मे साफ चेहरे है फिर भी उचित कार्येवाहि क्यो नही की ?
- जब गाड़ी ओर गाड़ी नंबर भी साफ दिखाई दे गया गाड़ी किसके नाम पर है यह भी पता लग जाने पर भी क्यो कार्यवही नही की गई?
(गाड़ी जिसके नाम पर है वो ग्वालियर का रहने वाला है शुरुवाती पुलिस जांच मे पता चला की गाड़ी उसने बेच दी थी लेकिन ट्रांसफर प्रोसेस नही की इस पर भी पुलिस ने सकती नही दिखाई) - जब अंदाज़ा लग गया था कि चोर बाहर के है तो हर बस, रेलवे स्टेशन की सीसीटीवी को चेक क्यो नही किआ गया।
- सीसीटीवी मे साफ दिख रहा था तीनो चोर फ़ोन से किस तरह कॉर्डिनेट कर रहे है तो क्यो नही पता लगा पाई पुलिस चोरो की मूवमेंट ओर लोकेशन
ओर आखरी सवाल क्या चोरो की हिम्मत, शातिर दिमाग, प्लानिंग्स हमारे भोपाल शहर कमलनाथ सरकार के पुलिस डिपार्टमेंट से ज्यादा तेज है हमारे शहर की पुलिस ऐसे कई वर्षो से बड़ी बड़ी चोरी करते आये इन चोरो को पकड़ने मे नाकामियाब क्यो है?
🙏🏻पीड़िता का आग्रह🙏🏻 चोरी छोटी हो या बड़ी पुलिस डिपार्टमेंट के अधिकारी निष्पक्षता के साथ कार्येवहीँ करे। अपनी नाकामयाबी की समीक्षा करें। जिस तरह मेरे परिवार ने आर्थिक हानि, मानसिक कष्ट नुकसान झेला है वो चोर जल्दी पकड़ाई आये तो आगे और किसी परिवार को इन शातिर चोरो के हौसलों का शिकार ना बनना पड़े ।