राष्ट्रीय शिक्षा नीति में उन्हीं व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में शिक्षा दी जाए, जो विद्यार्थियों के लिए उपयोगी साबित हो और विद्यार्थी इस सर्टिफिकेट कोर्स से स्थानीय स्तर पर ही स्व-रोजगार या रोजगार प्राप्त कर सकें। आयुक्त उच्च शिक्षा श्री कर्मवीर शर्मा ने सोमवार को यह बात बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में भोपाल संभाग की समीक्षा बैठक में कही।
आयुक्त श्री शर्मा ने कहा कि जब विद्यार्थी अपने क्षेत्र में उपलब्ध उत्पाद या उद्योग के संबंध में व्यावसायिक प्रशिक्षण और प्रमाण-पत्र प्राप्त करेगें, तो निश्चित रूप से हमारी शिक्षा पद्वति रोजगारमूलक मानी जाएगी। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों के साथ बैठक कर उनकी रुचि के व्यावसायिक कोर्स के विषय पर चर्चा की जाए। भोपाल संभाग के शासकीय महाविद्यालयों के प्राचार्य, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. जैन, क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक डॉ. मथुरा प्रसाद सहित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
ग्रामीण महाविद्यालयों में लगेंगे सोलर पैनल
आयुक्त श्री शर्मा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के महाविद्यालयों में बिजली की समस्या जल्द ही दूर हो जाएगी। इसके लिए इन महाविद्यालयों में सोलर पैनल लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी महाविद्यालयों को उर्जा-संरक्षण पर विशेष ध्यान देना चाहिए। श्री शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में सीएम हेल्पलाइन में विद्यार्थियों द्वारा की जा रही शिकायतों को गंभीरता से लें और इनका तत्काल समाधान करने का प्रयास करें। इन शिकायतों के निवारण के लिए विद्यार्थियों पर दवाब नहीं बनाया जाए। आयुक्त ने कहा विभागीय शिकायतों एवं जाँचों का निवारण एक सप्ताह में किया जाए।