प्रदेश में आयुष विभाग द्वारा देवारण्य योजना शुरू की गई है। इस योजना से वनवासियों को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर दिलाये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं।
योजना में जनजातीय क्षेत्रों के औषधीय पौधों के ज्ञान का डाक्यूमेंटेशन का कार्य भी किया जा रहा है। भोपाल के पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय (स्वशासी) आयुर्वेद महाविद्यालय एवं संस्थान द्वारा जनजातीय बहुल जिले मण्डला, डिण्डोरी, अनूपपुर और शहडोल जिले में प्रोजेक्ट संचालित किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट से जनजातीय क्षेत्रों के वैद्यों के ज्ञान को मान्यता दिलाने के प्रयास भी किये जा रहे हैं। इसके लिये राज्य सरकार द्वारा बजट भी उपलब्ध कराया गया है।