राज्य शासन ने प्रदेश को नशे से मुक्त करने के लिये प्रदेशव्यापी नशामुक्ति अभियान चलाने का निर्णय लिया है। अभियान का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 2 अक्टूबर को भोपाल में लाल परेड ग्राउण्ड से करेंगे। अभियान 2 अक्टूबर से 30 नवम्बर तक सतत चलेगा। इसमें शैक्षणिक, स्वयंसेवी, सामाजिक संस्थाओं और धर्मगुरुओं की सहभागिता से प्रदेश को नशामुक्त बनाने के लिये विभिन्न कार्यक्रम होंगे।
शुभारंभ कार्यक्रम में केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री साध्वी उमा भारती, प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण मंत्री श्री प्रेम सिंह पटेल, पतंजलि योगपीठ एवं पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक स्वामी बाबा रामदेव, श्रीराम चन्द्र मिशन के अध्यक्ष श्री कमलेश पटेल ‘दाजी’, देव संस्कृत विश्वविद्यालय गायत्री परिवार के प्रति कुलपति श्री डॉ. चिन्मय पण्डया और आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ. अशोक वार्ष्णेय विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
गाँधी जयंती 2 अक्टूबर को नशामुक्ति अभियान के आरंभ के साथ ही जिला, अनुभाग, जनपद, नगरीय निकाय और गाँवों में सभाओं का आयोजन कर नशामुक्ति की शपथ दिलाई जायेगी। अक्टूबर माह में जन-जागरूकता के कार्यक्रम चलाये जायेंगे। विद्यालय, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय परिसर में कार्यक्रम होंगे। वॉल-पेंटिंग, रंगोली, परिचर्चा, मैराथन, नुक्कड़ नाटक, रैली और मानव श्रंखला आदि कार्यक्रम कर नशामुक्ति के लिये जागरूकता लाई जायेगी।
नशामुक्त ग्राम पंचायतों को प्रोत्साहित एवं पुरस्कृत करने के लिये एक लाख रूपये तक की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जायेगी। अभियान में परिवारों को नशामुक्त बनाने के लिये बच्चों, युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाने पर जोर दिया जायेगा। नशामुक्ति अभियान के लिये हॉट स्पॉट का चिन्हांकन और वॉलेंटियर्स का चयन किया गया है।
अभियान में नशे की गिरफ्त में आये लोगों की काउंसलिंग, पुनर्वास सेवा, उपचार सुविधाओं की जानकारी, नशामुक्त हेल्पलाइन 14446, नशामुक्ति केन्द्र एवं अन्य नशामुक्ति की गतिविधियों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जायेगा। इसमें विभिन्न संस्थाओं में विशेषज्ञों के व्याख्यान, नशे की गिरफ्त से बाहर आये लोगों और प्रभावी एवं जिम्मेदार व्यक्तियों के व्याख्यान भी कराये जायेंगे। ऑटो रिक्शा, कचरा वाहन आदि द्वारा नशामुक्ति के संदेशों तथा नशामुक्ति गान का प्रसारण किया जायेगा। व्यापक स्तर पर नशामुक्ति केम्प होंगे।
नशामुक्ति अभियान में नवम्बर माह में स्कूल-कॉलेज में 6 दिवसीय कार्यक्रम होंगे। व्याख्यान होंगे, विद्यार्थियों द्वारा “पाती अपनों के नाम’’ निबंध प्रतियोगिता, चित्रकला और वाद-विवाद प्रतियोगिता तथा नुक्कड़ नाटक, वॉल पेंटिंग, रंगोली प्रतियोगिता होंगी और छठे दिन पुरस्कार वितरण होगा।
मध्यावधि सुधार के लिये त्रि-स्तरीय समितियाँ
नशामुक्ति अभियान की रूपरेखा बनाने, समीक्षा करने एवं मध्यावधि सुधार के लिये तीन स्तरों पर समितियाँ कार्य कर रही हैं। प्रथम समिति प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय समिति है। दूसरी कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समिति एवं तीसरी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व की अध्यक्षता में गठित अनुभाग स्तरीय समिति है।
इन विभागों की रहेगी सक्रिय सहभागिता
नशामुक्ति अभियान के संचालन एवं क्रियान्वयन में राज्य शासन के सभी विभाग सक्रिय सहभागिता निभायेंगे। सामाजिक संगठन, स्वयंसेवी एवं अशासकीय संस्थाएँ, समस्त जन-प्रतिनिधि, सभी स्व-सहायता समूह, ग्राम वन समितियाँ, जन-अभियान परिषद, नेहरू युवा केन्द्र, नगर सुरक्षा समितियाँ और पत्रकार सहभागिता करेंगे।
राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा एवं आयुष, स्कूल शिक्षा, योजना एवं आर्थिक सांख्यिकी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय विकास एवं आवास, महिला एवं बाल विकास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, गृह, आबकारी एवं जेल एवं वन विभाग जिला प्रशासन को नशामुक्ति अभियान के लिये निर्देश जारी कर दायित्व निर्धारित किये हैं।