मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ-दर्शन कराने के लिए 17 सितंबर को 5 ट्रेन चलाई जाएगी। इसमें भिंड से अयोध्या वाराणसी, डॉ. अंबेडकर नगर (महू) इंदौर से रामेश्वरम, रीवा से तिरुपति, बुरहानपुर से वैष्णो देवी और बालाघाट से द्वारिका सोमनाथ तक की ट्रेन शामिल है। इन ट्रेन में 5 हजार वरिष्ठ नागरिक तीर्थ-दर्शन करेंगे।
प्रदेश के 60 वर्ष के पुरूष और 58 वर्ष की महिला या उससे अधिक आयु के नागरिक, जो आयकर दाता नहीं है। वे इस योजना में तीर्थ-दर्शन कर सकते हैं। तीर्थ यात्रियों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 9 सितंबर है। आवेदन संबंधित जिले में निकटतम तहसील, स्थानीय निकाय, जनपद कार्यालय या कलेक्ट्रेट द्वारा निर्धारित अन्य विज्ञप्ति स्थानों पर जमा किए जा सकेंगे।
अयोध्या एवं वाराणसी (काशी) के लिए ट्रेन में भिंड के 300 यात्री, ग्वालियर के 350 और दतिया के 325 यात्री, रामेश्वरम के लिए इंदौर के 400, देवास के 275 और उज्जैन के 300 यात्री, तिरुपति के लिए रीवा के 350, सतना के 300 और जबलपुर के 325 यात्री, वैष्णो देवी के लिए ट्रेन में बुरहानपुर के 350, खंडवा के 300 और हरदा के 325 यात्री एवं द्वारिका सोमनाथ के लिए ट्रेन में बालाघाट के 350, छिंदवाड़ा के 300 और बैतूल के 325 तीर्थ यात्री शामिल हो सकेंगे।
मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना का क्रियान्वयन आईआरसीटीसी द्वारा किया जाएगा। यात्रा जिस स्थान से प्रारंभ होगी उसी स्थान पर वापस आकर रूकेगी। यात्रियों का चयन संबंधित जिले के कलेक्टर द्वारा किया जाएगा। यात्रा के दौरान यात्रियों को भोजन, नाश्ता, चाय, रूकने की व्यवस्था, तीर्थ-दर्शन तक बसों से जाने, वापस ट्रेन में लाने और गाइड की व्यवस्था आईआरसीटीसी करेगा।
तीर्थ यात्रियों को तुलसी माला और स्मृति चिन्ह दिए जाएंगे। साथ ही भजन मंडली की व्यवस्था और भजन संध्या का आयोजन भी किया जाएगा। यात्रियों से अपेक्षा है कि वे मौसम के अनुरूप वस्त्र, ऊनी वस्त्र, व्यक्तिगत उपयोग की सामग्री, कंबल, चादर, तौलिया, साबुन, कंघा, दाढ़ी बनाने का सामान आदि साथ में रखें। तीर्थ यात्रियों को अपने साथ ओरिजिनल आधार कार्ड, वोटर कार्ड और कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की छाया प्रति भी अनिवार्य रूप से साथ लाना होगी।