नए सत्र में दोस्तों के साथ आपका व्यवहार कैसा होगा और नए छात्रों के साथ अगली क्लास में आप किस तरह से समन्वय बैठा पाएंगे। साथ ही उनकी मदद के लिए आप किन-किन बातों का ध्यान रखेंगे। इन सभी अहम मुद्दों पर छात्र-छात्राओं को स्टडी करनी होगी, साथ ही उन पर अपना होम प्रोजेक्ट भी बनाना होगा।
इस तरह के टास्क सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) से मान्यता प्राप्त स्कूलों में कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्र-छात्राओं को दिए गए। इसका फायदा यह होगा कि छात्र-छात्राओं में अपने सहपाठियों और दोस्तों के प्रति व्यवहारिक सोच विकसित होगी। साथ ही वे खुद से ही मोरल वैल्यूज को समझकर उनका उपयोग आगामी सत्र के लिए कर पाएंगे