अब खुलेंगे स्कूल, क्या होंगे नियम?

9 अगस्त 2020

अब खुलेंगे स्कूल।
6 चरणों में होगी पढ़ाई। लागू होगा ऑड-ईवन नियम।

स्कूल खुलने को लेकर एनसीईआरटी ने गाइडलाइंस जारी की है। कोरोना के बीच स्कूलों को दोबारा खोलने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है।

एनसीईआरटी ने अपनी गाइडलाइंस का ड्राफ्ट सरकार को सौंप दिया है। पढ़ाई किस तरह शुरू होगी और बच्चों, पेरेंट्स व टीचर्स के लिए क्या गाइडलाइन्स होंगी।

इन छह चरणों में शुरू होगी पढ़ाई

  1. पहले चरण में 11वीं और 12वीं की कक्षाएं शुरू की जाएंगी।
  2. इसके एक हफ्ते बाद नौवीं और दसवीं की पढ़ाई शुरू होगी।
  3. तीसरे चरण में दो हफ्ते बाद छठी से लेकर आठवीं तक की कक्षाएं शुरू होंगी।
  4. इसके तीन हफ्ते बाद तीसरी से लेकर पांचवीं तक की पढ़ाई होने लगेंगी।
  5. पांचवां चरण पहली और दूसरी कक्षाओं की शुरुआत का होगा।
  6. छठे चरण में पांच हफ्ते बाद अभिभावकों की मंजूरी के साथ नर्सरी व केजी की कक्षाएं शुरू होंगी।
    हालांकि कंटेनमेंट जोन के स्कूल ग्रीन जोन बनने तक बंद ही रहेंगे।

अपनाए जाएंगे ये उपाय

  • क्लास में स्टूडेंट्स के बीच 6 फीट की दूरी जरूरी होगी।
    एक कमरे में 30 या 35 बच्चे होंगे।
  • क्लासरूम के दरवाजे-खिड़कियां खुली रहेंगी और एसी नहीं चलाए जा सकेंगे।
  • बच्चे ऑड-ईवन के आधार पर बुलाए जाएंगे, लेकिन होम असाइनमेंट प्रतिदिन देना होगा।
  • बच्चे सीट न बदलें, इसके लिए डेस्क पर नाम लिखा होगा।
    रोज वहीं बैठना होगा।
  • कक्षाएं शुरू होने के बाद हर 15 दिन में बच्चे की प्रोग्रेस को लेकर पेरेंट्स से बात करनी होगी।
  • कमरे रोजाना सैनिटाइज हों, ये सुनिश्चित करना प्रबंधन का काम होगा. मॉर्निंग असेंबली और एनुअल फंक्शन जैसा कोई आयोजन नहीं होगा।
  • स्कूल में प्रवेश से पहले छात्रों और स्टाफ की स्क्रीनिंग होगी।
    स्कूल के बाहर खाने-पीने के स्टॉल नहीं लगाए जाएंगे।
  • बच्चों के लिए कॉपी, पेन, पेंसिल या खाना शेयर करने की मनाही होगी।
    बच्चों को अपना पानी साथ लाना होगा।
  • हर बच्चे के लिए मास्क पहनना जरूरी होगी।
    स्कूल में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल न रखने पर बच्चे के पेरेंट्स को सूचित किया जाएगा।
    ये बातें भी रखनी होगी ध्यान
  • चिकित्सा, सुरक्षा या सफाई संबंधी कामों से जुड़े पेरेंट्स को इसकी सूचना पहले ही स्कूल को देनी होगी।
  • उन्हीं अभिभावकों को शिक्षकों से मिलने की अनुमति होगी जो फोन पर संपर्क करने की स्थिति में नहीं होंगे।
  • पेरेंट्स-टीचर्स मीटिंग नहीं होगी।
    ट्रांसपोर्ट को लेकर जल्द ही गाइडलाइन जारी कर दी जाएगी।
  • जहां तक हॉस्टल की बात है तो वहां भी छह-छह फीट की दूरी पर बेड़ लगाने होंगे।

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