20 जुलाई 2020,अमित श्रीवास्तव ओबेदुल्लागंज
बेगारी में पड़े पड़े खराब हो रहे ग्रीन इंडिया मिशन के लिए लाए गए अतिरिक्त 10% पौधे ।
ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते असर को 2020 के अंत तक नियंत्रित करने के लिए वनों का विस्तार और वन्य पारिस्थितिक तंत्र के सुधार के लिए बनाए गए ग्रीन इंडिया मिशन के पायलट प्रोजेक्ट में प्रदेश के 17 जिले चिन्हित किए गए हैं खास बात यह है कि इन 17 जिलों में रायसेन भी एक जिला ग्रीन इंडिया मिशन के तहत चुना गया है जहां 15 जून के बाद से पौधों का रोपण ग्रीन इंडिया मिशन के तहत बनाए गए प्लांटेशन में शुरू कर दिया गया था और लगभग सभी जगह प्लांटेशन में पौधों का रोपण का कार्य पूरा हो चुका है।
लेकिन ओबैदुल्लागंज वन मंडल के अंतर्गत आने वाली गोहरगंज रेंज की करकबानी बीट में बोन्दरचूहा प्लांटेशन में बड़ी लापरवाही सामने आई है।
जहां प्लांटेशन में रोपने के लिए लाए गए 10% अतिरिक्त पौधे बेगारी में पड़े पड़े खराब हो रहे हैं और प्लांटेशन के चारों ओर लगी सुरक्षा जाली भी सही ढंग से नहीं लगाई गई है।
प्लांटेशन में देखरेख और निंदाई गुड़ाई के लिए अंदर जाने वाले रास्ते पर लगने वाला गेट भी अभी तक नहीं लगाया गया है सुरक्षा का रास्ता खुला पड़ा है जिससे रोपे गए पौधे को आवारा पशुओं के द्वारा नुकसान पहुंचाया जा सकता है।
इस तरह की लापरवाही में शायद नेशनल एक्शन प्लान फॉर क्लाइमेट चेंज के तहत बनाए गए ग्रीन इंडिया मिशन से ग्लोबल वार्मिंग के खतरे को कम करने वाले पायलट प्रोजेक्ट का उद्देश्य संभवत खतरे में पड़ सकता है और पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने कार्य भी पूरा नहीं हो पाएगा ।
इनका कहना है
ग्रीन इंडिया मिशन के प्लांटेशन में रोपे गए पौधों के साथ 10% पौधे अतिरिक्त लाए जाते हैं जिससे कि रोपे गए पौधे में से कोई पौधे अतिवर्षा या किसी अन्य कारण से खराब हो जाते हैं उनकी जगह इन 10% पौधों में से पौधे रोपे जा सके अगर इन पौधों को सुरक्षात्मक ढंग से नहीं रखा गया है और प्लांटेशन में गेट नहीं लगा है तो यह लापरवाही है इसे मैं दिखा लेता हूं एवं जल्द दुरुस्त करवा दिया जाएगा ।
बी पी सिंह (एस डी ओ) वनमण्डल ओबेदुल्लागंज
जो पौधे प्लांटेशन में रखे हुए हैं वह पौधे खराब हो जाने वाले पौधों की जगह लगेंगे गेट अभी नहीं लग पाया है क्योंकि अधिक बारिश होने से गाड़ी प्लांटेशन तक नहीं जा पा रही है एक-दो दिन में गेट का काम करवा दिया जाएगा ।
जुल्फिकार बीटगार्ड करकबानी