6 जून 2020, रायसेन, अमित श्रीवास्तव
निस्वार्थ सेवा के 42 वर्ष,राजनैतिक सामाजिक तथा धार्मिक कार्य करने वाले डा मोहनलाल पाटील एवं कल्पना पाटील की शादी की सालगिरह पर विशेष ।
डॉ. बाबासहाब आंबेडकर जी के कार्यो से प्रेरणा लेकर जातिवाद और छुआछूत के खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प लेकर 06 अप्रेल 1979 को पत्नी कल्पना पाटील के साथ मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल पहुचे।
देश में जातिवाद और छुआछूत से प्रताड़ना की घटनाए सर्वाधिक मध्यप्रदेश में हो रही थी । अत्याचार से पिडितो को न्याय दिलाने के लिए मिलिटन्ट संगठन की आवश्यकता को देखते हुये अगस्त 1979 में दलित पैंथर की स्थापना अपने साथियों के साथ मिलकर की और 10 माह के भीतर , दिनांक 24 फरवरी 1980 में प्रदेश स्तरिय दलित पैंथर सम्मेलन भोपाल में आयोजित कर शासन और अत्याचार करनेवाले को आगाह किया। संगठन जैसा बढ़ता गया, जिम्मेदारी भी बढ़ी। पाटील सहाब का आतंरजातिय विवाह दिनांक 06 जून 1978 को नागपुर में हुआ था । पाटील सहाब के साथ उनकी पत्नी कल्पना पाटील भी उनके सभी कार्यो में भाग लेती थी। जिनमे कुछ प्रमुख है
छुआछूत की भावना को मिटाने के लिए किया अन्तर्जातीय विवाह ।
बाबा साहब की जन्म स्थली पर स्मारक के लिए संघर्ष ।
साँची मोहोत्सब में भूमिका बढ़ाकर कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की ।
दलित पैंथर का रिपब्लिकन पार्टी में विलय कर बाबा साहब के द्वारा बनाई गई पार्टी को आगे बढ़ा रहे है ।
कई मंचों से इस ओजश्वी जोड़ी ने समाज की सेवा की है । इस कट्टर आंबेडकरवादी जोड़ी के 42वे विवाह की सालगिरह पर सभी पार्टी कार्यकर्ता और बहुजन समाज के लोग इन्हें हार्दिक शुभकामनाएँ देते है । और उम्मीद करते है कि भविष्य में यह जोडी नियमित रुपसे समाज की सेवा कर ,समाज का मार्गदर्शन करती रहेगी ।