29 मई 2020, रायसेन, अमित श्रीवास्तव
चार जाँच दल,सबने पाया अवैध जंगल कटाई,अवैध उत्खनन,अवैध अतिक्रमण फिर भी नहीं हो रही कार्यवाही ?
चिकलोद वन परिक्षेत्र में चार जांच दल अब तक जांच के लिए आ चुके हैं सभी ने मौके पर अवैध जंगल कटाई के अबतक 300 से ज्यादा ठूँठ पाए, जंगल की भूमि पर अवैध उत्खनन कराया गया उसका भी मौका मुआयना किया, वन सीमा में और वन सीमा से महज दो कदम की दूरी पर अवैध ईंट भट्टे संचालित हैं उसके भी प्रत्यक्ष प्रमाण पाए गए साथ ही पैसे लेकर वन विभाग की भूमि पर अवैध अतिक्रमण खुद वन अधिकारियों की मिलीभगत से कराए गए यह भी पाया गया सब कुछ गलत पाया गया उसके बाद भी जिम्मेदार परिक्षेत्र अधिकारी की ओर साथी कर्मचारियों पर वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की मेहरबानी भ्रष्टाचार करने और उस को बढ़ावा देने वाले अधिकारियों को सुरक्षा प्रदान करती ही दिखाई पड़ती है।
चार चार बार चिकलोद परिक्षेत्र में जांच की जा चुकी है सभी तरह के भ्रष्टाचार के प्रमाण प्राप्त होने के बाद भी वरिष्ठ अधिकारियों का दंडात्मक कार्यवाही ना करना वनों की सुरक्षा को खुद वन बिभाग द्वारा चुनौती देना है।
इस तरह से जब विभाग के आला अफसर भी सब जानते हुए आंखें मूंदे रहेंगे और भ्रष्ट अधिकारियों को बचाते रहेंगे तो बनो की सुरक्षा के बेबुनियाद बड़े-बड़े बादे और पर्यावरण को सुरक्षा प्रदान करने का ढोंग क्यों रचा जा रहा है इसी तरह वनों की सुरक्षा में लगा वन विभाग ही वनों दुश्मन का बन बैठेगा तो फिर पर्यावरण असंतुलन की भयावह स्थिति और अल्प वर्षा एवं अकाल जैसी परिस्थितियां मानव जीवन से दूर नहीं है ।