बालाघाट धान खरीदी केंद्रों पर मची हाहाकार
बालाघाट। बालाघाट जिले की धान खरीदी केंद्रों में इसलिए हाहाकार मच रही है। उसकी बड़ी वजह यह है कि प्रदेश शासन में धान खरीदी की तारीख तो बढ़ा दी लेकिन व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं कि इस कारण किसान और स्वयं धान खरीदी करने वाली समितियां परेशान हो रही है। जानकारी के अनुसार लालबर्रा तहसील के साले धान खरीदी केंद्र धन परिवहन और कांटे नहीं होने से खरीदी बंद हो गई है।किसानों ने बकायदा चक्का जाम करने की चेतावनी दे दी है। चंदना धान खरीदी केंद्र में बरदाने के अभाव में धान खरीदी बंद कर दी गई है लगभग 40 हजार से अधिक की मांग की जा रही है। किरनापुर के महोगांव खुर्द में भी यही हाल है, तो भोरगढ़ में धान खरीदी बंद कर दी गई है और सोमवार तक का इंतजार करने की बात की गई है। यहां पर भी लगभग 15000 बारदाने की मांग किसानों द्वारा रखी गई है। कुमहारी खुर्द में 20000 और आरंभ में 10000 बारदाने की मांग की गई है। विसापुर में धान खरीदी बरा दाने के अभाव में बंद हो गई है, तो इस बात से अंदाज लगाया जा सकता है कि बालाघाट जिले के धान खरीदी किस तरह की व्यवस्था का आलम है और क्यों हाहाकार मची हुई है । किसान अपनी उपज लेकर इन समितियों तक तो पहुंच रहा है लेकिन धान खरीदी केंद्रों में अव्यवस्था के आलम के कारण उसे बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। धान खरीदी नहीं होने से उसे धन वापस ले जाने का डर डबल परिवहन का नुकसान और वही रखने पर चोरी के साथ साथ सर्द रात में जागने की परेशानी हो रही है। प्रशासन अगर कोई बड़ा कदम नहीं उठाती तो जिले के किसानों का आक्रोश सड़क पर दिखाई दे सकता है।
प्रदीप सराठे बालाघाट