19 जनवरी 2020, रिद्धिमा
अलोन टीयर्स ऑफ आ हार्ट, एक एक्सप्रेशन शार्ट फीलिंग्स।
रात 11:00 बज रहा था आंखों से आंसू बह रहे थे मानो ऐसा लग रहा था आंखों के आंसू नही दिल रो रहा था। दिल के ही तो आंसू थे जो आंखों से बह रहे थे। सच में ऐसा लग रहा था बहुत अकेली हूं मैं कोई अनजान सा जीवन में आया तो था जो पल भर में चला भी गया।
एक छोटी सी नोकझोंक रिश्तो को खत्म कर देती है।यह नहीं सोचा गया इस रिश्ते को अभी महीना भर भी पूरा नहीं हुआ था जोकि उसने एक छोटी सी बात पर तोड़ दिया। सच है 1 साल से जो रिश्ता था हमारा वह बहुत खूबसूरत था जिसमें दोस्ती थी जिसमें लड़ाई तो होती थी हमारी पर हम एक दूसरे को मना लेते थे सॉरी कह देते थे लेकिन अब लड़ाई होती है व्हाट्सएप ब्लॉक कर देते हैं फोन नंबर तक ब्लॉक कर देते हैं यह सोच कर रह जाते हैं कि मेरी गलती नहीं तो मैं क्यों सॉरी बोलूं मेरी गलती नहीं तो मैं क्यों बात करूं क्यों माफी मांगू क्यों क्यों और क्यों। जब दोस्त थे हंसते रहते थे आज सिर्फ रोते रहते हैं। कभी लड़ते हैं तो दूसरे पल फिर से लड़ने लगते हैं।
सोचती हूं क्यों बदला यह रिश्ता यह रिश्ता इसलिए बदला क्योकि उसकी अच्छाई अच्छी लगी उसका ध्यान रखना अच्छा लगा उसका प्यार करना अच्छा लगा उसका मुझे मनाना अच्छा लगा और वह सब बातें मुझे अच्छी लगी जो हर किसी को अच्छी लगनी चाहिए लेकिन अब सब उल्टा हो रहा है तब जब हम एक ऐसे रिश्ते में बनने जा रहे थे जो दोस्ती से बढ़कर होता है। लेकिन आज एक छोटी सी बात पर कि मेरी सोच उनकी सोच से बहुत अलग है इसी बात पर ना तो हमारी दोस्ती रही ना तो वह रिश्ता जो बनने जा रहा था जिसके सपने मैं ही नहीं वह भी बुन रहा था।
पूछने का मौका भी ना दिया गया। आज मेरी, तुम्हारी सोच से, बहुत अलग है। यही सोच तुम्हें बहुत पसंद आती थी जब हम दोस्त थे। यही सोच तुम्हें बहुत पसंद आती थी जब मैं कोई भी बात कहती थी लेकिन आज मेरी सोच तुम्हारी सोच से अलग हो गई। जब एक रिश्ता दोस्ती से बदलने जा रहा था जिन्दगी भर के लिए कुछ और ही होने जा रहा था तब मेरी सोच बहुत अलग हो गई। वास्तव में मैं तो वही हूं मेरी सोच भी वही है मैं जो कहती हूं करती हूं सोचती हूं सब वही है बस यह रिश्ता दोस्ती से तुम पर भारी पड़ गया और इस रिश्ते के कारण मैं तो नही तुम बदल गए।
बस अब दिल रो रहा है। आंखों से पानी बह रहा है। न जाने किसकी गलती थी । मेरी, जो मैंने कुछ कहा, कि उसकी,उसने कुछ सुना। इतना कमजोर रिश्ता था कि ना दोस्ती रही ना ही कुछ और, जो बनने जा रहा था। बस अब दिल रो रहा था, दिल रो रहा है।