भोपाल, 21 अप्रैल 2019
लोकसभा चुनाव 2019, अब तक कई प्रचार प्रसार कर रहे नेताओं को चुनाव आयोग ने विवादित बयानों के कारण्ड नोटिस जारी किया है।
साध्वी प्रज्ञा सिंह से चुनाव आयोग ने मांगा 24 घंटे मे जवाब
18 अप्रैल की शाम को भोपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी कार्यकर्ताओं की बैठक में साध्वी प्रज्ञा सिंह ने विवादित बयान दिया था. साध्वी प्रज्ञा सिंह ने मुम्बई एटीएस के तत्कालीन प्रमुख हेमंत करकरे पर जेल में प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने करकरे का सर्वनाश होने का श्राप दिया था. साध्वी प्रज्ञा सिंह के मुताबिक उनके इस बयान के मात्र सवा महीने बाद मुंबई आतंकी हमले में हेमंत करकरे मारे गए थे.
नवजोत सिंह सिद्धू
नवजोत सिंह सिद्धू मुस्लिमों पर दिए गए बयान को लेकर चुनाव आयोग के निशाने पर हैं. चुनाव आयोग ने सिद्धू के उस बयान पर उनसे सफाई मांगी है जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हटाने के लिए सभी मुस्लिम मतदाताओं से एकजुट होने की अपील की थी. अब चुनाव आयोग ने सिद्धू के खिलाफ कारण बताओ का नोटिस जारी किया है.
मेनका गांधी
केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने सुल्तानपुर में चुनावी रैली के दौरान विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि जिस इलाके से उन्हें सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे, सबसे पहले उसी का काम होगा. इसके अलावा एक अन्य रैली में मेनका ने मुस्लिम समाज को लेकर विवादित टिप्पणी की थी.
आजम खान
रामपुर लोकसभा सीट से सपा के उम्मीदवार आजम खान ने जया प्रदा का नाम लिए बिना आपत्तिजनक बयान दिया था. उन्होंने कहा कि जिसको हम उंगली पकड़कर रामपुर लाए, आपने 10 साल जिनसे प्रतिनिधित्व कराया, उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनका अंडरवियर खाकी रंग का है. बता दें कि रामपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी जया प्रदा हैं.
योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने एक संबोधन में मायावती पर हमला करते हुए कहा था कि अगर विपक्ष को अली पसंद है, तो हमें बजरंग बली पसंद हैं.
मायावती
बसपा प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश के देवबंद में चुनावी सभा के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों से वोटों के लिए अपील की थी. रैली संबोधित करते हुए मायावती ने कहा था कि मुस्लिम समुदाय के लोग अपना वोट बंटने ना दें, सिर्फ महागठबंधन के लिए वोट दें.”