मध्यप्रदेश में तैयार हो रही है पर्यावरण-संरक्षक युवा फौज
भोपाल :
देश के सबसे बड़े वन क्षेत्र से समृद्ध मध्यप्रदेश जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग से जूझते विश्व के लिए एक और शुभ प्रयास कर रहा है। LiFE यानि लाइफ स्टाइल फॉर एन्वायरमेंट (पर्यावरण फ्रेंडली जीवनशैली) में 2100 युवाओं को लाइफ वॉलंटियर्स के रूप में प्रशिक्षण दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ग्लास्गों में हुए ‘जलवायु परिवर्तन सम्मेलन’ (COP-26) में पर्यावरण-संरक्षण और जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने के लिए जीवन-शैली में बदलाव के प्रमुख समाधानों के रूप में मिशन लाइफ का प्रस्ताव रखा था। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव की उपस्थिति में गुजरात के केवड़िया से मिशन लाइफ की ग्लोबल लांचिंग की गई।
युवाओं को जागरूक करने के साथ पर्यावरण के क्षेत्र में उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए यूथ फार लाइफ कार्यक्रम में प्रदेश के प्रत्येक जिले में लाइफ वालंटियर्स (स्वयंसेवी) का चयन किया जाकर उन्हें प्रशिक्षित किया जायेगा। नीति आयोग द्वारा जारी मिशन संबंधी मार्गदर्शिका के अनुसार 7 विषय- ऊर्जा की बचत एवं नवकरणीय ऊर्जा का उपयोग, जल की बचत एवं संरक्षण, सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को हतोत्साहित करना, घरेलू कचरे में कमी लाना (स्वच्छता संबंधी कार्य), स्वस्थ जीवन-शैली को अपनाना, सतत् एव शाश्वत भोजन पद्धति को बढ़ावा देना और ई-वेस्ट का उचित निष्पादन को शामिल किया गया है।
यूथ फार लाइफ का उद्देश्य प्रदेश में मिशन लाइफ के जिला, संभाग एवं राज्य स्तरीय लाइफ वॉलंटियर्स का एक निर्धारित प्रक्रिया से चयन कर उन्हें प्रशिक्षण के माध्यम से प्रेरित करना है। इससे वे परिवर्तन के वाहक के रूप में समाज में कार्य कर सकेंगे। युवाओं में पर्यावरण, सतत् विकास एवं जलवायु परिवर्तन विषय पर कार्य करने के लिए नेतृत्व क्षमता और व्यक्तित्व का विकास होगा। मिशन लाइफ के उद्देश्यों के अनुरूप प्रदेश में पर्यावरण-संरक्षण की दिशा में कार्य कर रहे व्यक्ति/संस्थाओं की पहचान, उनके कार्य को बढ़ावा देने के साथ उनसे मार्गदर्शन प्राप्त किया जाएगा।
लाइफ वालंटियर्स (स्वयंसेवी) के लिए आवेदन करने के लिए आवेदक मध्यप्रदेश का मूल निवासी, आयु एक जून 23 को अधिकतम 29 वर्ष, न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता किसी भी विषय में स्नातक उत्तीर्ण होना चाहिए। आवेदन की अंतिम तिथि 25 मई 2023 है। पंजीयन www.epco.mp.gov.in, www.swa.mp.gov.in, www.ecoclub.mp.gov.in, www.climatechange.mp.gov.in एवं अन्य शासकीय वेबसाइट्स पर उपलब्ध लिंक के माध्यम से ऑनलाइन होगा, नियम निर्देशिका भी देखी जा सकेगी। आवेदक द्वारा आवेदन पत्र में स्व-विवरण, शैक्षणिक योग्यता आदि जानकारी दी जाना आवश्यक है।
एप्को द्वारा प्रदेश के प्रत्येक जिले से प्राप्त आवेदनों की जिलेवार सूची संबंधित जिला कलेक्टर को भेजी जायेगी। जिला कलेक्टर योग्य आवेदकों का चयन कर चयन सूची कार्यपालन संचालक, एप्को को भेजेंगे। ऑनलाइन आवेदनों के अतिरिक्त जिला कलेक्टर्स अपने जिले के ऐसे युवाओं, जो पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं, को भी अपने स्व-विवेक से नामांकित कर सकेंगे। प्रत्येक जिले से अधिकतम 35 लाइफ वॉलंटियर चयनित किए जाएंगे। जिला स्तर पर चयन में इस बात का ध्यान रखा जायेगा कि यथासंभव शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र तथा महिला-पुरूष प्रतिभागियों का संतुलन बना रहे।
पंजीयन एवं प्रशिक्षण निःशुल्क
पंजीयन और चयनित लाइफ वालंटियर्स का प्रशिक्षण कार्यक्रम निःशुल्क होगा। प्रतिभागियों को यात्रा भत्ता एवं दैनिक भत्ते की निश्चित राशि ऑनलाइन बैंक खाते में भेजी जायेगी। प्रशिक्षण के दौरान भोजन और ठहरने की व्यवस्था एप्को अथवा आयोजक संस्था द्वारा की जायेगी। प्रशिक्षण के लिए कार्यक्रम का स्थान, समय एवं तिथि की सूचना जिला प्रशासन और चयनित प्रतिभागियों को उनके ई-मेल तथा WhatsApp नम्बर पर अलग से दी जायेगी। चयनित वॉलंटियर्स के लिए मिशन के सिद्धांतों पर एक दिवसीय प्रशिक्षण पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एस्को), पर्यावरण विभाग द्वारा किया जायेगा। वॉलंटियर्स को पर्यावरण के क्षेत्र में अनुभवी एवं विषय के निष्णात प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षण पूर्ण करने के बाद प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र दिये जायेंगे। उन्हें किसी प्रकार का वेतन या मानदेय आदि देय नहीं होगा। किसी विवाद, संशय अथवा अस्पष्टता की स्थिति में कार्यपालन संचालक, एप्को भोपाल का निर्णय अंतिम और मान्य होगा।