छात्रों में उद्यमी विश्वास और कौशल विकसित करने के लिए प्रारंभ होगा तेजस्वी कार्यक्रम
प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा की उपस्थिति में बहुपक्षीय एमओयू हुआ हस्ताक्षरित
विद्यार्थियों को व्यवसायिक प्रशिक्षण और फंड भी मिलेगा
भोपाल :
आज मंत्रालय में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा छात्रों में उद्यमी विश्वास एवं कौशल विकसित करने के उददेश्य से तैयार किये गये तेजस्वी कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए बहुपक्षीय एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। सह समझौता पत्र (MOU) आयुक्त लोक शिक्षण, राज्य ओपन स्कूल एवं सहयोगी संस्था उदृयम लर्निंग फाउंडेशन और द एजुकेशन एलायंस के बीच हस्ताक्षरित किया गया। सभी पक्षों के मध्य हस्ताक्षर के उपरांत एमओयू की प्रति प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमति रश्मि अरूण शमी को सौपी गई।
उल्लेखनीय है कि तेजस्वी कार्यक्रम के तहत छात्रों को विद्यालयीन समय से ही नवीन उद्योगों और स्व व्यवसाय की जानकारी प्रदान की जायेगी। इसके लिए पृथक पाठ्यक्रम भी विकसित किया गया है। विद्यालयों में इस पाठ्यक्रम के आधार पर सप्ताह में तीन दिन 40-40 मिनिट की विशेष कक्षाएं संचालित की जायेंगी। इसके साथ ही विभिन्न नवाचारी व्यवसायों पर आधारित अनुभव आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम और प्रोजेक्ट कार्य भी संचालित होंगे। इसके लिए आवश्यक लागत राशि भी कार्यक्रम अंतर्गत शासन द्वारा उपलब्ध कराई जायेगी। जिससे शालेय विद्यार्थी स्व रोजगार और नये उद्दयमों की स्थापना हेतु प्रेरित हो सकेंगे।
इस संबंध में स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री श्री इन्दर सिंह परमार ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जिस दृष्टिकोण के साथ आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की कल्पना की है और स्वावलंबी तथा कर्मठ युवा समाज की स्थापना के लिए मध्यप्रदेश युवा नीति घोषित की है, उसी तारतम्य में हम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप स्कूली विद्यार्थियों में व्यवसायिक दक्षताओं एवं जीवन कौशल विकसित करने के लिए दृढ संकल्पित है। इसी दिशा में आज स्कूल शिक्षा एवं सहयोगी संस्थाओं के मध्य एमओयू हस्ताक्षरित हुआ है। मुझे पूरा विश्वास है कि इस कार्यक्रम से तेजस्वी नागरिकों का निर्माण होगा।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा श्रीमति रश्मि अरुण शमी ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की परिकल्पना के अनुरूप हाल ही में घोषित मध्यप्रदेश की युवा नीति को जोड़ते हुए भविष्य की कल्पनाओं को साकार करने के लिए शाला स्तर से ही विद्यार्थियों में चुनौतियों का सामना करने की योग्यताएं एवं व्यवसायिक दृष्टिकोंण विकसित करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री जी के दिशा निर्देशों के अनुरूप स्कूल शिक्षा विभाग विद्यार्थियों में यही गुण विकसित करने के लिए तेजस्वी कार्यक्रम प्रारंभ कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रायोगिक तौर पर यह कार्यक्रम अभी प्रदेश के दो महानगारों भोपाल और इंदौर के शासकीय विद्यालयों की कक्षा नवमीं और ग्यारहवीं के विद्यार्थियों के लिए प्रारंभ किया जा रहा है जिसे भविष्य में कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के मध्य संपूर्ण प्रदेश में सचालित किया जा सकेगा।
आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव ने बताया कि, इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में उद्यमी विश्वास और 21वीं सदी के कौशल विकसित करना है ताकि वे जीवन की चुनौतियों के लिए बेहतर रूप से तैयार हो सकें। उन्होने बतायया कि ”तेजस्वी एमपी कार्यक्रम” पाठ्यक्रम के अंतर्गत भोपाल और इंदौर के 301 शासकीय विद्यालयों में कक्षा 9वीं के लगभग 44,780 विद्यार्थी तथा ”तेजस्वी एमपी सामाजिक और व्यवसायिक नवाचार चैलेंज कार्यक्रम” में इन्हीं दोनो नगरों के 176 विद्यालयों के 11वीं कक्षा के 22,738 विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।
इस अवसर पर निदेशक, अपर मिशन संचालक समग्र शिक्षा श्रीमति मनीषा सेंतिया, उप सचिव श्रीमति मंजुषा राय, उप सचिव श्री प्रमोद सिंह, एमपी स्टेट ओपन स्कूल के संचालक श्री प्रभात राज तिवारी, सहयोगी संस्था उद्यम लर्निंग फाउंडेशन के संस्थापक श्री श्याम सूर्यानरायण, म.प्र. राज्य प्रमुख श्री संदीप ताड़ा, द एजुकेशन एलायंस की प्रतिनिधि सुश्री कंचन लाल एवं अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहें।