.प्र. पावर ट्रांसमिशन कंपनी पैकेज-I में बनेंगे 17 अति उच्चदाब सबस्टेशन
मध्यप्रदेश में 17 अति उच्चदाब सबस्टेशन बनाने के लिये मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी और मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एवं इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के बीच टी.एस.ए. (ट्रांसमिशन सर्विस एग्रीमेंट) पर हस्ताक्षर हुये। इसके पहले मध्यप्रदेश शासन द्वारा नियुक्त बिड प्रोसेस को-आर्डिनेटर आर.ई.सी.पी.डी.सी.एल. ने टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के बाद न्यनूतम बिडर मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एवं इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड हैदराबाद को एस.पी.ए. (शेयर परचेस एग्रीमेंट) हस्तांतरित किया।
मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के लिये बनेंगे 17 अति उच्चदाब के सबस्टेशन
मुख्य अभियंता श्री संजय कुलश्रेष्ठ ने बताया कि टी.बी.सी.बी. (टेरिफ बेस्ड कांपटेटिव बिडिंग) में न्यूनतम रहते हुये मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के लिये 17 अति उच्चदाब के सबस्टेशन बनाने का यह कांट्रेक्ट हासिल किया है। इसमें 400 के.व्ही. का एक, 220 के.व्ही. के 3 तथा 132 के.व्ही. के 13 सबस्टेशन शामिल हैं। इनमें मध्य क्षेत्र के 10 तथा पश्चिम क्षेत्र के 7 सबस्टेशन शामिल हैं। मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को 59 दौर के ई-रिवर्स ऑक्सन प्रक्रिया के बाद यह टेंडर मिला है। आदानी ट्रांसमिशन लिमिटेड, पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ इंडिया, टाटा पावर कंपनी लिमिटेड तथा टेकनो इलेक्ट्रिक एवं इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड अंतिम दौर की टेंडर प्रक्रिया में शामिल थे।
इस पैकेज में भोपाल के औद्योगिक क्षेत्र मंडीदीप में प्रदेश का पहला 400 के.व्ही. जी.आई.एस. सबस्टेशन, भोपाल में ही 132/33 के.व्ही. का दूसरा जी.आई.एस. सबस्टेशन एच.ओ.डी., भोपाल क्षेत्र में होशंगाबाद जिले के बिसोनीकला, बैतूल जिले के शाहपुर में 220 के.व्ही. का, राजगढ़ जिले के छापीहेडा, हरदा जिले के सोदालपुर, रायसेन जिले के पठारी, और बाड़ी, सीहोर जिले के जावरजोड, अशोकनगर जिले के सेमराहट में 132 के.व्ही. के सबस्टेशन, धार जिले के पीथमपुर में 132/33 के.व्ही. का जी.आई.एस. सबस्टेशन, खरगोन में 220 के.व्ही. का सबस्टेशन, उज्जैन जिले के भाटपचलाना, खरगोन जिले के पीपलगांव, रतलाम जिले के धोदर, देवास जिले के चोबराधीर, अलीराजपुर जिले के अम्बजा में 132/33 के.व्ही. के सबस्टेशन बनाये जायेंगे।
निर्माण करने के बाद इन सबस्टेशनों का संचालन 35 वर्षों के लिये मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड द्वारा किया जायेगा।