भारत की “वसुधैव कुटुम्बकम्” आधारित विकासपरक सोच एवं क्षमताओं को वैश्विक स्वर देने में प्रवासी भारतीय सहयोग करें – जी-20 शेरपा श्री अमिताभ कांत

    

भारत की “वसुधैव कुटुम्बकम्” आधारित विकासपरक सोच एवं क्षमताओं को वैश्विक स्वर देने में प्रवासी भारतीय सहयोग करें – जी-20 शेरपा श्री अमिताभ कांत

जी-20 प्रतिनिधियों के भारत में अनुभव को अप्रतिम बनाने में सभी नागरिक निभाएँ भागीदारी- जी-20 मुख्य समन्वयक श्री हर्षवर्धन शृंगला
प्रवासी भारतीय सम्मेलन का टाउन हॉल – सत्र सम्पन्न

भोपाल :

जी-20 की अध्यक्षता संपूर्ण भारत के लिए गौरव का विषय है। यह अवसर है जहाँ हम भारत की “वसुधैव कुटुम्बकम्” आधारित विकासपरक सोच एवं विभिन्न विकास क्षेत्रों विशेषकर हमारा तकनीकी आधारित विकास, डिजिटल परिवर्तन, सशक्त फार्मा सेक्टर, पर्यावरण आधारित जीवनशैली एवं विकास गतिविधियाँ आदि में भारत की क्षमताओं तथा गौरवशाली परंपरा, संस्कृति को वैश्विक स्वर प्रदान कर सकते हैं। जी-20 शेरपा श्री अमिताभ कांत प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के द्वितीय दिवस में इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में टाउन हॉल सत्र के दौरान उपस्थित प्रवासी भारतीय समुदाय के नागरिकों को संबोधित कर रहे थे।

श्री अमिताभ कांत ने कहा कि जी-20 समूह विकसित एवं विकासशील राष्ट्रों का विश्व का सबसे बड़ा समूह है। जी-20 के सदस्य मिलकर 85 प्रतिशत वैश्विक जीडीपी, 75 प्रतिशत वैश्विक व्यापार, 90 प्रतिशत पेटेंट के प्रति उत्तरदायी है एवं विश्व की 60 प्रतिशत जनसंख्या इन देशों में निवासरत है। यह वैश्विक स्थिति जी-20 को महत्वपूर्ण बनाती है।

जी-20 मुख्य समन्वयक श्री हर्षवर्धन शृंगला ने कहा कि जी-20 प्रतिनिधियों के भारत में अनुभव को अप्रतिम बनाने में सभी नागरिक भागीदारी निभायें। इसके लिए विभिन्न आयोजन स्थलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, मैराथन, सेल्फ़ी विथ मान्यूमेन्ट आदि प्रतियोगिताएँ एवं कार्यक्रम किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जी-20 इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि यह कार्यक्रम 56 विभिन्न शहरों में किया जाएगा। आयोजन स्थल के शहरों को भी इसका लाभ प्राप्त होगा। साथ ही वहाँ की विशिष्टताओं से भी प्रतिनिधियों का परिचय कराने का अवसर प्राप्त होगा। इस कार्यक्रम से हम भारत की सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विविधताओं से भी विश्व को अवगत करायेंगे।

सत्र के दौरान अब तक की जी-20 बैठक स्थलों में की गई गतिविधियों एवं जी-20 थीम आधारित लघु फ़िल्मों का भी प्रदर्शन किया गया। सत्र में उपस्थित प्रवासी भारतीयों के प्रश्नों के जवाब सत्र अतिथियों द्वारा दिये गये। सत्र में ओएसडी जी-20 सचिवालय श्री मुक्तेश परदेशी एवं अपर सचिव श्री अभय ठाकुर उपस्थित थे।

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