स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री इन्दर सिंह परमार 10 दिसंबर को “मिशन अंकुर” की लांचिंग और प्रारंभिक शिक्षा में हुए कार्यों पर “जिलों का शैक्षिक रिपोर्ट” कार्ड भी जारी करेंगे। यह कार्यक्रम राज्य जनजातीय संग्रहालय भोपाल में अपरान्ह 4 बजे होगा। संचालक राज्य शिक्षा केंद्र श्री धनराजू एस ने बताया कि बताया कि “मिशन अंकुर” केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा स्थापित राष्ट्रीय बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन है, जिसे राष्ट्रीय साक्षरता एवं संख्या ज्ञान दक्षता पहल “निपुण भारत” कहा गया है। यह पहल स्कूली शिक्षा के मूलभूत वर्षों में बच्चों को स्कूल से जोड़े रखने, शिक्षक क्षमता वर्धन, उच्च गुणवतापूर्ण एवं विविध शिक्षण सामग्री का विकास एवं प्रत्येक बच्चे के सीखने एवं सर्वांगीण प्रगति को ट्रैकिंग करने पर केन्द्रित है। “मिशन अंकुर” प्रदेश के कक्षा पहली से तीन तक के बच्चों के बुनियादी ज्ञान एवं संख्या ज्ञान को विकसित करने “बुनियादी शिक्षा की नींव” को मजबूत करने से जुड़ा कार्यक्रम है।
संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर शैक्षिक रैंकिंग प्रणाली विकसित एवं सुदृढ़ करने के उद्देश्य से प्रत्येक तिमाही में रिपोर्ट कार्ड जारी किए जाते हैं। इस रिपोर्ट कार्ड में जिलों एवं संभागों की रैंकिंग तय की जाती है। जिला एवं संभागों को दायित्वों के निर्वहन और कार्यों की गुणवत्ता के आधार पर अंक दिए जाते हैं। गुणवत्ता एवं समय-सीमा में कार्य निष्पादन के साथ जिलों के मध्य एक स्वस्थ्य प्रतियोगिता भाव पैदा करने की दृष्टि से यह व्यवस्था लागू की गई है।
राज्य शिक्षा केन्द्र स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जिलों में संपादित किए जा रहे कार्यों के आधार पर सत्र 2022-23 के द्वितीय त्रैमास की जिलों की रैकिंग तय की जाएगी। माह सितंबर, अक्टूबर एवं नवंबर 2022 में संपादित हुए हर कार्य और उपलब्धि के आधार पर जिलों को नंबर दिए जायेंगे। प्राथमिकताओं तथा गणना प्रणाली के अनुसार शैक्षणिक सत्र 2022-23 की द्वितीय तिमाही में प्रदर्शन के आधार पर प्रदेश के सभी 52 जिलों की रैंकिंग जारी की जायेगी। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरुण शमी एवं अपर मिशन संचालक श्री लोकेश जांगिड़ भी उपस्थित रहेंगे