बनाने के लिए प्रयास करें। पंचायतों में अब सीधे राशि पहुँचेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान की महत्वपूर्ण घोषणाएँ
- सरपंचों का मानदेय 1750 रूपये से बढ़ा कर 4250 रुपये प्रतिमाह होगा।
- नया एसओआर (निर्माण कार्य में लगने वाली सामग्री की दर सूची) बनेगा। शीघ्र ही यह सूची जारी की जाएगी।
- पंचायतों के सचिवों के रिक्त पदों की पूर्ति की जाएगी।
- ग्राम पंचायत को प्रशासकीय स्वीकृति के अधिकार रूपये 15 लाख से बढ़ा कर 25 लाख रूपये किये जायेंगे।
- प्रत्येक ग्राम पंचायत में रोजगार सहायक की नियुक्ति की जाएगी।
- रोजगार सहायक को एक पंचायत से दूसरी पंचायत में स्थानांतरित किया जा सकेगा।
- मुख्यमंत्री श्री चौहान के संबोधन के प्रमुख बिंदु
- जनता की भागीदारी होगी तो सफलता मिलेगी।
- लोगों तक उनके अधिकार पहुँचाएँ।
- पंचायत पदाधिकारी बिना अध्ययन के हस्ताक्षर न करें।
- प्रधानमंत्री श्री मोदी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के संकल्प अनुरूप कार्य करें।
- सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है। पंचायत पदाधिकारी तन्मयता से कार्य करें।
- ग्राम सभा की बैठकें नियमित रूप से हों।
- पंचायत पदाधिकारी जन-अपेक्षाओं पर गंभीर और संयमित रहें। किसी भी स्थिति में क्रोधित न हों।
- पंचायत पदाधिकारी दिन और सप्ताह की समय-सारणी बना कर कार्य करें।
- पंचायत पदाधिकारियों का विकासखंड स्तर पर प्रशिक्षण आवश्यक है।
- आम जनता को उनके हक प्रदान करने में सहयोगी बनना है।
- ग्रामीणों को उनके अधिकारों से वंचित न रखें।
- मेरी आँख और कान बन कर समय-समय पर महत्वपूर्ण तथ्य से अवगत भी करवाएँ।
- व्यवस्था में सुधार के लिए जरूरी सुझाव भी जरूर दें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान पंचायतों को दे रहे हैं ताकत – मंत्री श्री सिसौदिया
मुख्यमंत्री श्री चौहान पंचायतों को दे रहे हैं ताकत – मंत्री श्री सिसौदियापंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया ने कहा कि भारत विश्व का पहला देश है जहाँ पंचायत राज है। मुख्यमंत्री श्री चौहान पंचायतों को ताकत देना चाहते हैं। पंचायतों के माध्यम से विकास के कार्य हों, इसके लिए जिम्मेदारियाँ दी गई हैं। हमारी बहनें शान से पंचायतों में पदाधिकारी के रूप में आसीन हैं। पंचायतों में महिलाओं के लिए आधे स्थानों पर आरक्षण के फलस्वरूप वे पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिला कर कार्य कर रही हैं।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया ने कहा कि भारत विश्व का पहला देश है जहाँ पंचायत राज है। मुख्यमंत्री श्री चौहान पंचायतों को ताकत देना चाहते हैं। पंचायतों के माध्यम से विकास के कार्य हों, इसके लिए जिम्मेदारियाँ दी गई हैं। हमारी बहनें शान से पंचायतों में पदाधिकारी के रूप में आसीन हैं। पंचायतों में महिलाओं के लिए आधे स्थानों पर आरक्षण के फलस्वरूप वे पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिला कर कार्य कर रही हैं।