जनजातीय कार्य विभाग के अधीन निर्मित होने वाले सीएम राइज विद्यालयों के लिये शुक्रवार को एक दिवसीय कार्यशाला आरसीवीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी में हुई, जिसमें प्रदेश के कई जिलों के विभागीय इंजीनियर शामिल हुए। जनजातीय कार्य विभाग की प्रमुख सचिव डॉ. पल्लवी जैन गोविल ने कहा कि सीएम राइज विद्यालयों का निर्माण दिव्यांग बच्चों की सहूलियत को ध्यान में रख कर कराया जाये।
प्रमुख सचिव डॉ. जैन ने कहा कि इंजीनियर्स का उद्देश्य भवन निर्माण में संवेदनशीलता के साथ विद्यार्थियों और उपयोगकर्ताओं की आवश्यकताओं को प्राथमिकता देना होना चाहिये। दृष्टिबाधित एवं दिव्यांगजनों की सुविधा और बुनियादी जरूरतों को ध्यान में रख कर निर्माण किया जाना जरूरी है। साथ ही प्राचार्य, शिक्षक और पालक-शिक्षक संघ से चर्चा कर सुझाव लेने के बाद निर्माण और मरम्मत संबंधी फैसले लिये जाएँ। इसके लिये विद्यालय के विद्यार्थी प्रतिनिधियों से भी बात करनी चाहिये। कार्यशाला में सीएम राइज विद्यालयों की वर्तमान संरचना के सुदृढ़ीकरण एवं नवीन कॉन्सेप्ट प्लान में विभागीय इंजीनियरों की भूमिका पर चर्चा भी की गई। साथ ही अधो-संरचना, मरम्मत एवं डीपीआर से संबंधित विषयों पर विमर्श किया गया। सीएम राइज विद्यालय के भवनों के निर्माण की उच्च गुणवत्ता और तय समयावधि में कार्य पूर्ण होने को सुनिश्चित करने पर चर्चा हुई। साथ ही विद्यालय के भवनों में जनजातीय कला को लेकर प्रस्तुतिकरण दिये गये। आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग श्री संजीव सिंह और संभागीय उपायुक्त सीमा सोनी भी उपस्थित रहीं।