मध्यप्रदेश श्रम कल्याण मंडल अध्यक्ष श्री भगवानदास गोंडाने ने बताया है कि मंडल की शैक्षणिक छात्रवृत्ति योजना वर्ष 2022-23 में कक्षा 5वीं से 12वीं तक और उच्च शिक्षा में एक मुश्त दी जाने वाली छात्रवृत्ति राशि में 100 से 567 प्रतिशत तक वृद्धि की जाएगी। इन योजनाओं को लोकसेवा गारंटी अधिनियम में शामिल करने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इन योजनाओं के लिए आवेदन लोक सेवा केन्द्रों से पोर्टल पर ऑनलाइन जमा किये जाएंगे। श्री गोंडाने ने बताया कि मण्डल द्वारा संगठित क्षेत्र में प्रदेश की औद्योगिक इकाइयों तथा स्थापनाओं में कार्यरत श्रमिकों एवं उनके परिवार के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जाता है। शैक्षणिक छात्रवृत्ति योजना भी इन योजनाओं में सम्मिलित हैं।
कक्षा 5वीं से 12वीं तक
मंडल अध्यक्ष श्री गोंडाने ने बताया कि मण्डल की योजना में कक्षा 5वीं से 8वीं तक वर्ष में एक बार 1000 रूपये के स्थान पर 2000 रूपये दिये जायेंगे। कक्षा 9वीं और 10वीं में श्रमिक परिवार के बच्चों को 1200 रूपये के स्थान पर 4450 रूपये और कक्षा 11वी और 12वीं में 1200 रूपये प्रतिवर्ष के स्थान पर 4700 रूपये दिये जाएंगें। आई.टी.आई. पॉलिटेक्निक में 1500 रूपये के स्थान पर 5000 रूपये एक मुश्त दिये जाएंगें। इस प्रकार छात्रवृत्ति में यह वृद्धि कक्षा 5वीं से 8वीं तक में 100 प्रतिशत, कक्षा 9वीं एवं 10वीं में 271 प्रतिशत और कक्षा 11वी. एवं 12वीं में 292 प्रतिशत हुई है।
यूजी, पीजी, डिप्लोमा कार्सेस भी शामिल
श्री गोंडाने ने बताया कि फार्मेसी, आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक (यूजी, पीजी, डिप्लोमा) पैरामेडिकल, नर्सिंग और लॉ कोर्सेस को पहली बार योजना में शामिल किया गया है। इनमें फार्मेसी, आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक (यूजी, पीजी, डिप्लोमा) पैरामेडिकल, नर्सिंग कोर्स के लिए 9000 रूपये और लॉ कोर्स के लिए 10000 रूपये छात्रवृत्ति देने का प्रावधान किया गया है। जनरल स्नातक में 1500 रूपये के स्थान पर 7700 रूपये दिये जायेंगे। इसी प्रकार इंजीनियर छात्रों को पहले की तरह 10,000 रूपये और मेडिकल छात्रों को 12500 रूपये छात्रवृत्ति के रूप में दिये जायेंगे।
श्री गोंडाने ने बताया कि जनरल पीजी कोर्स के छात्रों को योजना में 3000 रूपये के स्थान पर 7700 रूपये, एमई और एमटेक में 10 हजार रूपये के स्थान पर 11500 रूपये और पीजीडीएम एण्ड अण्डर डिप्लोमा ऑफ मेनेजमेंट में 7700 रूपये की छात्रवृत्ति का प्रावधान किया गया है।