मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में आनंद उत्सव मनाने की व्यापक स्तर पर तैयारियाँ की जाएँ। आगामी मकर संक्रांति पर आनंद उत्सव हों। उन्होंने कहा कि आनंदम केन्द्र देश में चर्चा के केन्द्र बनें, जिससे अन्य राज्य भी प्रेरणा लेकर आनंदम गतिविधियों से जुड़ सकें। मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में आनंद विभाग की समीक्षा कर रहे थे। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस और प्रमुख सचिव वित्त श्री मनोज गोविल सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में अधिकाधिक आनंदक तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 172 आनदंम केन्द्र में तिथि निर्धारित कर कार्यक्रम किए जाएँ। वर्तमान में 66 हजार आनंदक हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रचार-प्रसार द्वारा ज्यादा से ज्यादा आनंदकों को विभाग से जोड़ने के प्रयास किए जाएँ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अभियान चला कर प्रदेश के सभी 52 जिलों में मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएँ। अभी 13 जिलों में मास्टर ट्रेनर तैयार किये जाना शेष हैं। उन्होंने कहा कि आनंदम केन्द्रों को मॉडल बनाया जाये और इन्हें कव्हर्ड केंपस में स्थानांतरित किया जाये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं भी आनंदम केन्द्रों पर जाऊँगा और इन केन्द्रों से जुड़ने के लिए नागरिकों को प्रेरित करूँगा। आगामी 14 से 28 जनवरी को होने वाले आनंद उत्सव की बेहतर तैयारी की जाये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में दो एवं कम से कम 100 विकासखण्ड में मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के पहले बेस लाइन हैप्पीनेस इण्डेक्स का सर्वेक्षण कराने की तैयारी भी की जाएं।