प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा जनजातीय क्षेत्रों में रोजगार पैदा करने और औषधीय पौधों को बढ़ावा देने के मकसद से ‘देवारण्य’ योजना संचालित की जा रही है। योजना का मुख्य मकसद स्थानीय आबादी द्वारा आयुष प्रणाली से प्रदान की जाने वाली सेवाओं का अधिकतम लाभ उठाना है। योजना का क्रियान्वयन मुख्य रूप से आयुष विभाग द्वारा अन्य विभागों के साथ मिलकर किया जा रहा है।
योजना से प्राकृतिक रूप से उपलब्ध प्रत्येक प्रकार के औषधीय पौधों की पहचान, उनका संरक्षण और वैज्ञानिक रूप से उनके उपयोग और संग्रहण प्रणाली को विकसित करना है। योजना के माध्यम से स्व-सहायता समूह की भागीदारी को सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके साथ ही औषधीय उत्पादों के विपणन की प्रणाली को भी मजबूत किया जा रहा है।